Karnal के किसान भवन पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत(Rakesh Tikait) ने राजनीतिक संगठनों(political organization) पर चुटकी ली है। उन्होंने कहा कि पॉलिटिकल पार्टियों के नेता गांवों में वोटों के लिए जाना चाहते हैं, लेकिन हम चाहते हैं किसान संगठन मजबूत हो, जब पॉलिटिकल नेता गांवों में आ ही रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जाहिर सी बात है कि किसान नेताओं से कुछ सवाल जवाब भी कर ले, क्योंकि अन्य समय पर तो मिलते ही नहीं, पॉलिटिकल पार्टियों के लिए लोकसभा चुनाव एक त्योहार है और इन मौके पर तो नेता लोग गांवों में मिल जाते हैं, लेकिन अन्य दिनों पर तो ये मिलते ही नहीं। सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में किसान नेता राकेश टिकैत के कांग्रेस को समर्थन दिए जाने के मामले में सवाल किया गया तो राकेश टिकैत ने इसे सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा कि देखो, जनता है बीजेपी(BJP) के खिलाफ जहां मजबूत कैंडिडेट होगा। यह जनता उसी को वोट दे देगी, न कि किसी के कहने से वोट देगी। अब नेताओं की आपस में फाइट है। अब फाइनल में किसको जाना है, अभी तो सेमीफाइनल चल रहा है।

राकेश टिकैत ने कहा कि देश में बीजेपी कहां है। अगर यह सरकार बीजेपी(BJP) की होती तो भी कोई समस्या नहीं थी। यह सरकार पूंजीपतियों का एक गैंग है। उस गैंग ने उस पार्टी पर कब्जा कर रखा है। इनके साथ में है कौन? इन्हें अब नई बीजेपी के लोग चाहिए। जो पुराने नेता थे, वे तो दरकिनार हो चुके है, अब इन्हें नेता नहीं गुलाम चाहिए। सब इनके खिलाफ है, इन्होंने सिस्टम पर कब्जा कर रखा है। बीजेपी की सरकार बनने पर मोदी(Modi) राष्ट्रपति बनेंगे और संविधान से छेड़छाड़ होगी।
विरोध एक हद तक ठीक
नैना चौटाला की गाड़ी पर हमले के सवाल पर टिकैत ने कहा कि हम गाड़ी पर हमले का समर्थन नहीं करते है। अब वे ज्यादा से ज्यादा गांवों में जाएंगे, क्योंकि छेड़ा हुआ आदमी ज्यादा गांवों में जाता है। विरोध एक हद तक ठीक है, लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा का किसी पर हमला करने का कोई काम नहीं, किसान मोर्चा के पदाधिकारी नेताओं से सिर्फ सवाल जवाब कर सकता है।
जिनको चुनाव लड़ना है, उनका पोलिटिकल समझौता
किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी द्वारा राजनीतिक पार्टियों के समर्थन दिए जाने के सवाल पर टिकैत ने कहा कि जिनको चुनाव लड़ना है, वह उनका पोलिटिकल समझौता है। संयुक्त मोर्चा ने किसको समर्थन नहीं किया। जनता सरकार को वोट नहीं दे रही और बीजेपी 165 से 185 सीटें आएगी। ईवीएम का ध्यान रखें और जब गिनती हो तो वहां पर अच्छी तरह से देखें।
लोगों के घर तक जाए पूर्व सीएम
पूर्व सीएम मनोहर लाल के गांवों में विरोध के सवाल पर टिकैत ने कहा कि अब तक विरोध ही कहां हुआ है, अभी तो काले झंडे ही दिखाए गए हैं। हम तो चाहते हैं पूर्व सीएम लोगों के घरों तक जाए, गांवों में जाए और आंदोलन के दौरान जिन किसानों को चोटें लगी, जिन परिवारों के किसान शहीद हुए उनके घर जाना चाहिए। अगर उन लोगों की कोई नाराजगी होगी तो वे भी पूर्व सीएम से बात कर लेंगे और दिनो में तो सीएम मिलते नहीं थी।
नेताओं की हो परेड, तो गिर जाएगी सरकार
उन्होंने कहा कि तीन निर्दलीय विधायक चले गए हैं और सरकार अल्पमत में है। टिकैत ने कहा कि अगर नेताओं की परेड हो जाए तो सरकार गिर जाएगी। विपक्ष वाले उनको सपोर्ट दे दे। अगर राजनीतिक नेता जेल से डरेंगे तो बीजेपी हावी हो जाएगी, नेता की परीक्षा जेल में ही होती है। जिस नेता ने जेल में परीक्षा नहीं दी, वह पोलिटिकल सिस्टम में फेल हो जाएंगे।