Mahakumbh 2025: हादसे के बाद एक्शन में  CM योगी, सात वरिष्ठ अधिकारी तैनात, देर रात बुलाई समीक्षा बैठक

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Prayagraj महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या स्नान के अवसर पर हुई भगदड़ की घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया। लाखों श्रद्धालुओं की मौजूदगी और भीड़ के अनियंत्रित होने से उत्पन्न स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने त्वरित कार्रवाई की है। देर रात हुई उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में उन्होंने घटना की गंभीरता को समझते हुए कई कड़े फैसले लिए।

प्रयागराज महाकुंभ 2025: पौष पूर्णिमा पर शुरू हुआ पहला स्नान, डेढ़ करोड़ श्रद्धालु पहुंचे, प्रशासन की कड़ी निगरानी

CM योगी ने संभाली कमान, अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ विशेष बैठक की। इस बैठक में उन्होंने महाकुंभ की व्यवस्थाओं को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए, जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाओं को टाला जा सके।

  1. श्रद्धालुओं की सुरक्षित वापसी: प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे और परिवहन विभाग से समन्वय बनाकर ट्रेनों और बसों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए।
  2. होल्डिंग एरिया में सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश: मेला क्षेत्र में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बनाए गए होल्डिंग एरिया को आगे बढ़ाने और वहां भोजन-पेयजल की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया।
  3. यातायात प्रबंधन: प्रयागराज से जुड़े सभी प्रमुख मार्गों पर यातायात बाधित न हो, इसके लिए अयोध्या, कानपुर, फतेहपुर, लखनऊ, वाराणसी आदि से आने-जाने वाले मार्गों की सतत निगरानी के आदेश दिए गए।
  4. स्ट्रीट वेंडर्स को हटाने के निर्देश: मेला क्षेत्र और प्रमुख मार्गों पर अनावश्यक भीड़ न हो, इसके लिए सड़क किनारे ठेले-खोमचे वालों को व्यवस्थित स्थानों पर भेजने को कहा गया।
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बसंत पंचमी की तैयारियों पर फोकस

मुख्यमंत्री ने आगामी 3 फरवरी को होने वाले ‘अमृत स्नान’ के लिए विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को प्रयागराज पहुंचकर व्यवस्थाओं की समीक्षा करने को कहा गया है।

महाकुंभ में तैनात किए गए वरिष्ठ अधिकारी

कुंभ मेले की व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए 2019 में प्रयागराज के मंडलायुक्त रह चुके आशीष गोयल और पूर्व एडीए वीसी भानु गोस्वामी को विशेष रूप से तैनात किया गया है। इनके अलावा विशेष सचिव स्तर के पांच अधिकारियों को 12 फरवरी तक प्रयागराज में ड्यूटी देने का निर्देश दिया गया है। पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों की भी विशेष तैनाती होगी।

तीर्थ स्थलों पर भी सतर्कता बढ़ी

प्रयागराज के अलावा वाराणसी, अयोध्या, चित्रकूट और मीरजापुर में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने इन तीर्थ स्थलों पर भी सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं।

CM योगी का ‘एक्शन मोड’ में बड़ा संदेश

इस घटना के बाद सीएम योगी ने प्रशासन को यह स्पष्ट संदेश दिया कि किसी भी श्रद्धालु को असुविधा न हो और महाकुंभ का आयोजन व्यवस्थित ढंग से संपन्न हो। कड़े फैसले और त्वरित कार्रवाई से यह साफ है कि प्रदेश सरकार किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगी। महाकुंभ का यह आयोजन न सिर्फ एक धार्मिक पर्व है, बल्कि उत्तर प्रदेश सरकार के कुशल प्रशासन की भी परीक्षा है।

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