Mumbai पॉश इलाके में 15 जनवरी की रात सैफ अली खान पर हुए हमले का मामला और उलझता जा रहा है। पुलिस की जांच में अब तक तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया, लेकिन किसी पर भी सटीक आरोप सिद्ध नहीं हो सके। हाल ही में मुख्य आरोपी बताए जा रहे शरीफुल इस्लाम के फिंगरप्रिंट्स सैफ अली खान के घर से मिले साक्ष्यों से मेल नहीं खाए, जिससे जांच नई दिशा में जाती दिख रही है।
हमलावर ने 15 जनवरी को सैफ अली खान के घर में घुसकर हमला किया। सैफ के पत्नी करीना कपूर ने बताया कि सैफ ने अपने बच्चों और घर की महिलाओं को बचाने के लिए हमलावर का सामना किया। इस दौरान सैफ को गर्दन और पीठ पर गंभीर चोटें आईं। करीना के मुताबिक, हमलावर बेहद आक्रामक था और उसने घर से कुछ भी चुराने की कोशिश नहीं की।
शाहिद की गिरफ्तारी और रिहाई: मुंबई पुलिस ने 17 जनवरी को शाहिद नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया, लेकिन सबूतों के अभाव में उसे छोड़ दिया गया। पुलिस ने कहा कि शाहिद का सैफ पर हमले से कोई लेना-देना नहीं है।
आकाश कनौजिया की गिरफ्तारी: 18 जनवरी को दुर्ग रेलवे स्टेशन से RPF ने आकाश कनौजिया को गिरफ्तार किया। पूछताछ के बाद यह भी साफ हुआ कि उसका घटना से कोई संबंध नहीं है।
शरीफुल इस्लाम पर शक: 18 जनवरी की रात ठाणे से शरीफुल इस्लाम को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा कि वह चोरी के इरादे से सैफ के घर पहुंचा था, लेकिन अब फिंगरप्रिंट रिपोर्ट ने इस दावे को कमजोर कर दिया है।
घटनाक्रम से जुड़े प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के अनुसार करीना कपूर का कहना था कि सैफ ने हमलावर को रोककर बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा की। मेड अरियामा फिलिप का कहना था कि बाथरूम के पास हमलावर की परछाई देखी, जिसने करोड़ों रुपये की मांग की थी। ऑटो ड्राइवर भजन सिंह खून से लथपथ सैफ को अस्पताल पहुंचाया।
अब पुलिस के सामने इस केस में सबसे बड़ी चुनौती है कि हमलावर की पहचान और मकसद स्पष्ट करना। अब तक मिले साक्ष्य और बयानों से जांच की दिशा बदलती नजर आ रही है। सैफ अली खान के घर की सुरक्षा व्यवस्था भी सवालों के घेरे में है।