बरसाने की रंगीली गलियों में होली का उत्सव अपने चरम पर पहुंच चुका है। हुरियारिन सज-धज कर तैयार हैं, हाथ में तेल लगी लाठी और चेहरे पर घूंघट डाले। वहीं, हुरियारे भी नंदगांव से ढाल लेकर बरसाना पहुंच गए हैं। हेलिकॉप्टर से रंगीली गली में पुष्प वर्षा हो रही है, जो माहौल को और भी रंगीन बना रही है।
लट्ठमार होली का रोमांच
थोड़ी ही देर में, हुरियारिन नंदगांव से आए सखाओं पर लाठी बरसाएंगी। सखाएं भी गीत गाते हुए ढाल से अपनी रक्षा करेंगे। यह वर्ल्ड फेमस लट्ठमार होली देखने के लिए देश-विदेश से करीब 10 लाख लोग मथुरा पहुंचे हैं।
बरसाने की गलियों में अबीर-गुलाल की बौछार
बरसाने की गलियां रंग और गुलाल से सराबोर हो चुकी हैं। हर तरफ हुरियारिन लट्ठ लेकर खड़ी हैं। सावित्री, जो रंगीली गली की एक हुरियारिन हैं, कहती हैं, “जब हम होली खेलते हैं तो ऐसा लगता है कि किशोरीजी (राधा) हमारे साथ हैं और ठाकुरजी हमारे सामने बैठे हैं।”
महिलाओं का विशेष स्थान
सावित्री ने बताया कि श्रीजी की सखियां ही लट्ठमार होली खेलती हैं, यानी बहुएं ही खेल सकती हैं। यहां की कुंवारी लड़कियां इस खेल में भाग नहीं ले सकतीं। उनका कहना है कि उनका श्रृंगार ठाकुरजी के नाम पर होता है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
बरसाने में भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। जगह-जगह पुलिस तैनात की गई है और गाड़ियों की एंट्री भी बंद कर दी गई है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेडिंग की गई है और पुलिस मचान पर चढ़कर ऊंचाई से निगरानी रख रही है।
इन तस्वीरों में देखें होली की मस्ती का नजारा


