हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं में नकल पर सख्ती के बावजूद नकल माफिया सक्रिय दिखा। बोर्ड की विशेष उड़नदस्तों की कड़ी निगरानी के चलते कैथल जिले के एक परीक्षा केंद्र में 08 डमी कैंडिडेट (प्रतिरूपण) पकड़े गए, जो असली परीक्षार्थियों की जगह परीक्षा देने आए थे। इस घोटाले में मिलीभगत के आरोप में परीक्षा ड्यूटी पर तैनात एक पर्यवेक्षक को तुरंत कार्यमुक्त कर दिया गया।
कैथल में पकड़ा गया बड़ा फर्जीवाड़ा, 08 फर्जी परीक्षार्थी गिरफ्तार
कैथल जिले के सैनी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय परीक्षा केंद्र में नकल के 10 मामलों का खुलासा हुआ, जिनमें से 08 प्रतिरूपण के केस थे। परीक्षा में शामिल होने वाले वास्तविक छात्रों की जगह उनके स्थान पर अन्य व्यक्ति परीक्षा दे रहे थे। बोर्ड सचिव डॉ. मुनीश नागपाल के निरीक्षण दल ने इस फर्जीवाड़े को पकड़कर पुलिस को सूचना दी।
नकल में सहयोग करने वाले पर्यवेक्षक पर गिरी गाज
डमी कैंडिडेट्स को पकड़ने के बाद बोर्ड ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाली पर्यवेक्षक बिंदु रानी (प्रवक्ता, पंजाबी) को तुरंत परीक्षा ड्यूटी से हटाने का आदेश दिया। बोर्ड का कहना है कि मामले की पूरी जांच के बाद संबंधित परीक्षार्थियों और इस रैकेट में शामिल अन्य लोगों पर भी कड़ी कार्रवाई होगी।
पानीपत में भी लापरवाही, एक और पर्यवेक्षक हटा
इसी तरह पानीपत के किंडर किन व. मा. वि., पानीपत-21 में भी लापरवाही सामने आई, जहां पर्यवेक्षक भूपेंद्र (टीजीटी अंग्रेजी, मोहित पब्लिक स्कूल) को परीक्षा ड्यूटी में लापरवाही के चलते कार्यमुक्त कर दिया गया।
15 मार्च की परीक्षा पर विशेष नजर, 83,018 परीक्षार्थी होंगे शामिल
बोर्ड अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) पवन कुमार ने बताया कि 15 मार्च 2025 को होने वाली सीनियर सेकेंडरी की रसायन विज्ञान, लेखांकन, लोक प्रशासन तथा डी.एल.एड. Proficiency in English Language की परीक्षा में 83,018 परीक्षार्थी बैठेंगे, जिन पर विशेष निगरानी रखी जाएगी ताकि नकल माफिया फिर से सक्रिय न हो सके।
बोर्ड प्रशासन ने चेतावनी दी है कि फर्जी परीक्षार्थियों को पकड़कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, नकल में संलिप्त शिक्षकों और पर्यवेक्षकों को निलंबित करने के अलावा, भविष्य में उनकी ड्यूटी पर भी प्रतिबंध लगाया जाएगा।