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हरियाणा में लिंगानुपात में सुधार के संकेत: जींद में लगातार दूसरे महीने वृद्धि, यमुनानगर शीर्ष पर, चरखी दादरी सबसे निचले पायदान पर

हरियाणा

हरियाणा में लिंगानुपात के ताज़ा आंकड़े समाज में सकारात्मक बदलाव की ओर इशारा कर रहे हैं। जनवरी 2025 में जींद जिले का लिंगानुपात 955 था, जो फरवरी में बढ़कर 962 हो गया, जिससे यह प्रदेश में छठे स्थान पर पहुंच गया है。 यमुनानगर 995 के लिंगानुपात के साथ प्रदेश में शीर्ष स्थान पर है。

स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी फरवरी 2025 के आंकड़ों के अनुसार, फतेहाबाद 992 के लिंगानुपात के साथ दूसरे स्थान पर है, जबकि झज्जर (976), भिवानी (967) और कुरुक्षेत्र (966) क्रमशः तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर हैं。 जींद के उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने बताया कि प्रशासन की जागरूकता मुहिम का सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल रहा है, जिससे समाज में बेटा-बेटी के बीच भेदभाव कम हो रहा है।

हालांकि, कुछ जिलों में स्थिति अभी भी चिंताजनक है। चरखी दादरी 770 के लिंगानुपात के साथ प्रदेश में सबसे निचले पायदान पर है। इसके अलावा, गुरुग्राम (876), कैथल (867), करनाल (891), पलवल (870), रेवाड़ी (860), रोहतक (878) और फरीदाबाद (885) का लिंगानुपात 900 से कम है।

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करनाल जिले ने लिंगानुपात सुधार में महत्वपूर्ण प्रगति की है। वर्ष 2014 में 886 के मुकाबले, 2024 में यह आंकड़ा बढ़कर 926 हो गया, जो 40 अंकों की वृद्धि दर्शाता है। इसी तरह, सोनीपत जिले में भी सुधार देखा गया है, जहां लिंगानुपात 2023 में 894 से बढ़कर 2024 में 901 हो गया।

प्रदेश में लिंगानुपात में सुधार प्रशासनिक प्रयासों, जागरूकता अभियानों और समाज में बढ़ती स्वीकार्यता का संकेत है, लेकिन अभी भी संतुलन बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयासों की आवश्यकता है।

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