हरियाणा में 5 नए जिले बनने की अटकलें तेज हो गई हैं। भाजपा ने अपने संगठन के तहत 22 जिलों के बजाय 27 जिलों में जिलाध्यक्ष पदों के लिए आवेदन मांगे हैं। इनमें हांसी, गोहाना, डबवाली, बल्लभगढ़ और ग्रेटर गुरुग्राम शामिल हैं। इससे साफ संकेत मिल रहा है कि हरियाणा की भाजपा सरकार जल्द ही इन क्षेत्रों को नए जिले का दर्जा दे सकती है।
बजट सत्र में हो सकता है बड़ा ऐलान
मुख्यमंत्री नायब सैनी सोमवार को विधानसभा में बजट पेश करेंगे, जिसमें नए जिलों की घोषणा होने की उम्मीद जताई जा रही है। भाजपा ने संगठनात्मक चुनावों के लिए भी नए जिलों की रूपरेखा तैयार कर ली है।
भाजपा संगठन में 27 जिलों के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू
भाजपा प्रदेश चुनाव अधिकारी डॉ. अर्चना गुप्ता ने संगठनात्मक चुनाव के लिए निर्देश जारी किए हैं। रविवार, 16 मार्च को दोपहर 2 बजे तक भाजपा जिला कार्यालयों में जिलाध्यक्ष पद के लिए आवेदन लिए गए। सोमवार, 17 मार्च को सुबह 10 बजे चुनाव होंगे और इसी दिन राज्य का बजट भी पेश किया जाएगा।
किन शहरों को मिल सकता है नया जिला बनने का दर्जा
1. ग्रेटर गुरुग्राम (न्यू गुरुग्राम)
गुरुग्राम का तेजी से बढ़ता क्षेत्र और मानेसर को नया नगर निगम बनाए जाने के बाद इसे अलग जिले की मांग बढ़ गई थी। सरकार ने न्यू गुरुग्राम या ग्रेटर गुरुग्राम के नाम से नया जिला बनाने का प्रस्ताव तैयार किया है।
2. हांसी
यहां के लोग पिछले 12 वर्षों से जिला बनने की मांग कर रहे हैं। ब्रिटिश शासनकाल में हांसी 30 साल तक जिला मुख्यालय था। 2016 में इसे पुलिस जिला बनाया गया था, लेकिन अब इसे पूर्ण जिला बनाए जाने की संभावना है।
3. गोहाना
गोहाना को जिला बनाने की मांग 2006 से चल रही है। जून 2024 में मुख्यमंत्री नायब सैनी ने यहां संत कबीर जयंती कार्यक्रम में कहा था कि गोहाना को जिला बनाने के लिए कमेटी बनाई जा चुकी है, जिसकी रिपोर्ट जल्द आने वाली है।
4. डबवाली
यह इलाका चौधरी देवीलाल और ओमप्रकाश चौटाला का गढ़ रहा है। हालांकि, अब तक इसे पुलिस जिला भी नहीं बनाया गया था। 2022 में डबवाली को पुलिस जिला घोषित किया गया, लेकिन अब इसे पूर्ण जिला बनाने की मांग जोरों पर है। डबवाली सिरसा से 60 किमी दूर है, जिससे लोगों को प्रशासनिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
5. बल्लभगढ़
बल्लभगढ़ को जिला बनाने की चर्चा 2010 में कांग्रेस सरकार में भी हुई थी, लेकिन तब यह प्रस्ताव आगे नहीं बढ़ पाया। बल्लभगढ़ राजा नाहर सिंह की ऐतिहासिक रियासत रही है और फरीदाबाद का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र भी यहीं स्थित है। इसलिए इसे अलग जिला बनाने की मांग लगातार उठती रही है।