फरीदाबाद पुलिस के हाथ एक रहस्यमयी खजाना लगा है—पूरे डेढ़ करोड़ रुपए नकद। 500-500 के नोटों की गड्डियों से टेबल भर गई, लेकिन अब तक कोई भी इस पैसे को लेने या क्लेम करने सामने नहीं आया। पुलिस ने जब यह रकम एक कार से बरामद की, तो लगा कि जल्दी ही कोई न कोई मालिक इसका दावा करने आएगा, लेकिन मामला उल्टा हो गया। जो लोग इस कैश से जुड़े थे, वे या तो भाग गए या फिर अब चुप्पी साधे बैठे हैं। इस रहस्यमयी रकम का सच क्या है?
कैसे हुआ कैश का खुलासा
सोमवार रात पुलिस सूरजकुंड इलाके में रूटीन चेकिंग कर रही थी। तभी दिल्ली नंबर की सफेद ब्रेजा कार आती दिखी। पुलिस ने रुकने का इशारा किया, लेकिन कार चालक घबरा गया और गाड़ी मोड़कर भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस को शक हुआ और तुरंत कार को घेरकर रोका गया। जब कार की तलाशी ली गई, तो उसमें तीन बैग मिले, जिनमें 500-500 रुपए के नोटों की गड्डियां भरी हुई थीं।
पुलिस ने तुरंत इनकम टैक्स विभाग को सूचना दी और नोटों की गिनती शुरू हुई। जब पूरे डेढ़ करोड़ रुपए गिने गए, तो पूरा थाने का टेबल नोटों की गड्डियों से भर गया। पुलिस को उम्मीद थी कि जल्द ही कोई कंपनी या व्यक्ति इस पैसे को अपना बताने आएगा।
लेडी मैनेजर नदारद, वकील आया लेकिन वो भी गायब
जब पुलिस ने कार में पकड़े गए दो युवकों से पूछताछ की, तो उन्होंने बताया कि यह रकम नोएडा की एक कंपनी की लेडी मैनेजर की है और उन्हें इसे नोएडा पहुंचाने का काम दिया गया था। पुलिस ने लक्ष्मी को थाने बुलाया, लेकिन वह अब तक नहीं आई।
इसी दौरान एक युवक थाने पहुंचा और खुद को कंपनी का वकील बताया। लेकिन जैसे ही उसने वहां मीडिया का जमावड़ा देखा, वह चुपचाप खिसक गया। अब पुलिस के पास सिर्फ पैसे हैं, लेकिन इसका असली मालिक कौन है, यह राज बना हुआ है।
पुलिस जांच में जुटी
पुलिस को शक है कि यह पैसा हवाला के जरिए इधर-उधर किया जा रहा था। यह रकम किसी बड़े काले धन नेटवर्क से जुड़ी हो सकती है। पुलिस अब इनकम टैक्स और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर मामले की गहराई से जांच कर रही है।







