गुड़गांव: मंगलवार दोपहर को भोंडसी क्षेत्र की अरावली पहाड़ियों में अचानक लगी आग ने देखते ही देखते बड़ा रूप ले लिया। तेज हवा और सूखे पत्तों के कारण आग तेजी से फैलने लगी, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही सोहना और गुड़गांव से दमकल विभाग की लगभग एक दर्जन गाड़ियाँ मौके पर रवाना की गईं, लेकिन अरावली की ऊंचाई और दुर्गम रास्तों ने राहत कार्य में बड़ी चुनौती खड़ी कर दी।
दमकल की गाड़ियाँ जब पहाड़ियों में पूरी तरह से भीतर नहीं जा सकीं, तो आग को काबू में लाना लगभग असंभव लगने लगा। ऐसे में स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड ने बीएसएफ की मदद मांगी। तुरंत कार्रवाई करते हुए बीएसएफ की 95वीं बटालियन से लगभग 60 जवान बाल्टियाँ लेकर मौके पर पहुंचे। जवानों ने इंसानियत और समर्पण की मिसाल पेश करते हुए एक-एक बाल्टी पानी से जंगल की आग बुझाने का जिम्मा उठाया।
करीब एक घंटे की अथक मेहनत और सामूहिक प्रयास के बाद, शाम छह बजे तक जवानों ने आग पर पूरी तरह काबू पा लिया।
फायर विभाग के अधिकारियों के अनुसार, आग गीतानंद आश्रम के पीछे के हिस्से से लगी थी। प्रारंभिक कारणों में सूखे पत्तों में लगी चिंगारी और तेज हवा प्रमुख माने जा रहे हैं। गाड़ियों की सीमित पहुँच के बावजूद राहत टीमों ने रणनीति बदलते हुए अलग-अलग रास्तों से अंदर तक पहुंच बनाई, लेकिन आखिरी राहत बीएसएफ के जवानों के हाथों ही आई।