- भगवंत मान ने कहा कि जल विवाद नहीं, कानूनी रूप से आंकड़े पंजाब के पक्ष में
- हरियाणा ने सालभर का पानी 10 महीने में खर्च किया, अब दो महीने का अतिरिक्त पानी मांग रहा
- केंद्र सरकार ने BBMB के जरिए हरियाणा को 4500 क्यूसेक अतिरिक्त पानी देने का प्रस्ताव दिया
Punjab Haryana Water Dispute: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हरियाणा के साथ चल रहे जल विवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पानी को लेकर कोई विवाद नहीं है, बल्कि हरियाणा अपने हिस्से से अधिक पानी मांग रहा है। हिमाचल प्रदेश के गगल एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए भगवंत मान ने कहा कि कानूनी आंकड़े पंजाब के पक्ष में हैं।
मुख्यमंत्री मान ने दावा किया कि पंजाब ने हरियाणा को एक वर्ष के लिए जितना पानी निर्धारित था, वह सिर्फ 10 महीनों में ही उपयोग कर लिया गया। अब हरियाणा दो महीने के लिए अतिरिक्त पानी मांग रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा यह तर्क दे रहा है कि पहले भी उसे जरूरत से अधिक पानी मिलता रहा है, लेकिन अब पंजाब के पास अतिरिक्त जल नहीं है क्योंकि नहर प्रणाली को सुधारा गया है और जल प्रबंधन में पारदर्शिता लाई गई है।
गौरतलब है कि हाल ही में दिल्ली में केंद्र सरकार की मध्यस्थता में एक बैठक हुई थी, जिसमें भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) को यह निर्देश दिया गया कि हरियाणा को अगले आठ दिनों तक 4500 क्यूसेक अतिरिक्त पानी उपलब्ध कराया जाए। इस पानी का कुछ हिस्सा राजस्थान को भी मिलेगा। इसके बदले में बीबीएमबी पंजाब को उसकी आवश्यकतानुसार अतिरिक्त पानी उपलब्ध कराएगा, यदि भविष्य में जरूरत पड़ी।
भगवंत मान ने यह बयान उस समय दिया जब वे धर्मशाला में एक आईपीएल मैच देखने के लिए पहुंचे थे, और गगल एयरपोर्ट पर पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे।