सिरसा के ऐलनाबाद से इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला ने Big Boss OTT-2 Winner Elvish Yadav पर गंभीर आरोप लगाए हैं। चौटाला ने कहा कि एल्विश यादव सबसे बड़ी सट्टे की कंपनी टाइगर के लिए काम करता है। जिसका 10000 करोड़ का मंथली बिजनेस है। सीएम मनोहर लाल जब एल्विश को प्रमोट करने गए तो वहां टाइगर कंपनी के बैनर लगे हुए थे। साथ ही नशा तस्करों को सरकार का संरक्षण है। नशा तस्कर मंत्रियों की गाड़ियों में घूमते हैं और मंत्री उन्हें थाना इंचार्ज बना देते हैं। जब मुख्यमंत्री ऐसा काम करेंगे तो युवा बर्बादी की कगार पर आ जाएगा और खत्म हो जाएगा।
इनेलो विधायक अभय चौटाला चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में नशा बढ़ने के साथ कोई शहर, कोई गांव ऐसा नहीं है, जहां सैकड़ों की संख्या में नौजवान सट्टे की चपेट में आ चुके हैं। जिस तरह किक्रेट का सट्टा है, इसी तरह हर चीज का सट्टा बन चुका है। उस सट्टों के कारोबार से जुड़े लोग भी सरकार में शामिल हैं। सरकार की बड़ी जिम्मेदारी होती है कि जहां मुख्यमंत्री मुख्यातिथि के रूप में जा रहे हैं, यह देखना जरूरी है कि कार्यक्रम करवाने का कौन व्यक्ति है। कार्यक्रम से किसको लाभ मिलेगा और कौन प्रमोशन लेना चाहता है। हैरानी की बात यह है कि सरकार ऐसे लोगों को परमोट कर रही है, जो सट्टे के साथ सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं। अगर ऐसे लोगों को मुख्यमंत्री का साथ मिलेगा तो युवा का बर्बाद होना तय है।
रोजगार के सपने दिखाकर मुकरी सरकार, युवा पलायन को मजबूर
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि जब मैं इनेलो की परिवर्तन यात्रा के दौरान प्रदेश के विभिन्न जिलों और गांवों से गुजरा तो एक बात सामने आई। इन जिलो में कुरुक्षेत्र, कैथल, पानीपत, करनाल, यमुनानगर और अंबाला शामिल है, जहां युवाओं से गांव के गांव खाली हो गए। यहां सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी का मुद्दा है। इन दिनों प्रदेश में बेरोजगारी बड़ा मुद्दा बन रहा है।
इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाया गया था कि रोजगार नहीं होने की वजह से ऐसा हो रहा है। पढ़ा-लिखा युवा परेशान और रोजगार के लिए विदेश का रुख कर रहा है। डोंकी के जरिए विदेशों में जा रहा है। पहले उन्हें 75 प्रतिशत निजी कंपनियों में रोजगार के सपने दिखाए गए थे। मुख्यमंत्री ने भी स्वयं घोषणा कर 5 लाख युवाओं को रोजगार का आश्वासन दिया गया था। अब सरकार घोषणा से पीछे हट गई है। रोजगार नहीं होने से युवा परेशान है और विदेशों की तरफ रूख कर रहा है।
आइना दिखाने का काम किया तो पोल खुलने के डर से डरी हुई है सरकार
इनेलो विधायक ने कहा कि सरकार इस बात से डरी हुई है कि अभय सिंह को बोलने का मौका दिया तो तुम्हारी पोल खुल जाएगी। यही कारण है कि किसी न किसी बहाने में मुझे रोकने की कोशिश की जा रही है। कल विधानसभा के दौरान बाढ़ का बहुत बड़ा मुद्दा था। जब सरकार को सच का आइना दिखाने का काम किया तो समय निर्धारित कर विधानसभा की धज्जियां उड़ा रहे है।
नूंह हिंसा पर भी बोले अभय
अभय सिंह चौटाला ने नूंह हिंसा पर कहा कि कांग्रेस ने नूंह का मुद्दा विधानसभा के पहले दिन नहीं उठाया। कांग्रेस भी इसमें संलिप्त है। कांग्रेस चाहती है कि आपसी सौहार्द बिगाड़ा जाए। नूंह में यात्रा हमेशा निकलती थी, लेकिन कभी विवाद नहीं हुआ। अबकी बार विवाद का कारण सरकारी गुंडे बने हैं, जो RSS की ओर से ट्रेंड किए गए थे। उन गुंडो ने बजरंग दल व गौ रक्षक के नाम पर गुंडागर्दी की है, लेकिन सरकार ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि ऐसी भाषा का इस्तेमाल करने वालों पर अंकुश लगाएं।
मंजूर किए गए 1100 करोड़ रुपये कहां हुए खर्च
अभय चौटाला ने कहा कि सरकार की ओर से 19 जनवरी 2023 को 1100 करोड़ रुपये मंजूर किए गए थे। अब मुख्यमंत्री इस बात का जवाब दें कि इस राशि का कहां प्रयोग किया गया। किस काम में इस राशि को खर्च किया गया। चौटाला ने डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला के बाढ़ ग्रस्त इलाकों के दौरे को लेकर भी सवाल उठाए। दुष्यंत को तो यह भी नहीं पता कि वह जिस जगह बाढ़ का जायजा लेने गया, वहां गांव कौन से हैं।
उन्होंने कहा कि दुष्यंत को बाढ़ का जायजा लेते वक्त गांव की एक सरपंच ने रोक लिया था। इस दौरान उसने कहा था कि तुम्हारा कौन सा गांव डूब गया है। यह लोग सिर्फ घूमकर यह देखने गए थे कि कौन से गांवों में तालाब बन गए हैं। उक्त महिला सरपंच ने मुख्यमंत्री से भी बात की, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई।