सावन सोमवार पर शिव कृपा से धन समृद्धि इन 6 राशियों की चमकेगी किस्मत 2

सावन सोमवार: रोग, शत्रु, कर्ज से मुक्ति का अचूक उपाय

धर्म-कर्म धर्म


➤ आज सावन का पहला सोमवार शिव भक्तों के लिए फलदायी दिन
➤ 5 शुभ योगों में बन रहा है लक्ष्मी योग, कैलाश वास का संयोग
➤ प्रदोष काल में शिव पूजन और महामृत्युंजय जप से मिलेगा विशेष फल


आज 14 जुलाई 2025 को सावन मास का पहला सोमवार है, जो कि भगवान शिव की आराधना के लिए सबसे पवित्र और फलदायी दिन माना जाता है। शिव पुराण और स्कंद पुराण के अनुसार इस दिन व्रत रखने, जप करने और विधिपूर्वक पूजन करने से सौ यज्ञों के बराबर पुण्य प्राप्त होता है।

सावन सोमवार व्रत से व्यक्ति को रोगों से मुक्ति, शत्रुओं पर विजय, कर्ज से छुटकारा, संतान सुख, और मानसिक शांति जैसे फल प्राप्त होते हैं। साथ ही यह व्रत अकाल मृत्यु के भय को भी दूर करता है।

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आज के दिन कुल 5 शुभ योग बन रहे हैं— आयुष्मान योग, सौभाग्य योग, मालव्य राजयोग, गुरु आदित्य योग, और लक्ष्मी योग, साथ ही शिव का वास आज कैलाश पर्वत पर माना गया है। ये संयोग इस दिन को और भी दुर्लभ व पुण्यकारी बना देते हैं।

पूजन मुहूर्त की बात करें तो ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:12 AM से 4:53 AM तक है। राहुकाल में पूजन वर्जित है, जो कि सुबह 7:17 AM से 9:01 AM तक रहेगा। शाम 7:12 PM से 8:34 PM तक प्रदोष काल में पूजन विशेष फलदायी रहेगा।

पूजा विधि:
ब्राह्म मुहूर्त में स्नान कर पीले या सफेद वस्त्र पहनें। शिवलिंग पर पंचामृत स्नान कराएं। फिर बेलपत्र, धतूरा, रुद्राक्ष, चावल, भस्म, फूल, धूप, दीप, और नैवेद्य अर्पित करें। इसके बाद शिव चालीसा, महामृत्युंजय मंत्र, और आरती का पाठ करें। दिन भर फलाहार या निराहार व्रत रखें और शाम को पुनः पूजन करें।

महामंत्र:
➤ महामृत्युंजय मंत्र –
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

➤ पंचाक्षरी मंत्र – ॐ नमः शिवाय
➤ रुद्र गायत्री मंत्र – ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि। तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
➤ संतान प्राप्ति हेतु मंत्र – ॐ नमो भगवते रुद्राय शूलपाणये नमः॥
➤ धन-वृद्धि हेतु मंत्र –
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गंग गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा॥

शिवजी की आरती – “ॐ जय शिव ओंकारा…”
आरती में शिव के विभिन्न रूपों, वेशभूषा और उनके शांति व संहार स्वरूप की महिमा का वर्णन है।

कुल मिलाकर, सावन का यह पहला सोमवार भक्तों के लिए दुर्लभ योगों से युक्त है, जिसमें भगवान शिव की पूजा से कर्म, भाग्य, और जीवन सभी में सकारात्मक बदलाव संभव है।

यहाँ हम बता रहे हैं वो 10 प्रमुख वस्तुएं जिन्हें सावन में भगवान शिव को अर्पित करना अत्यंत फलदायक और मनोकामना पूर्तिकारी माना गया है:

जल – शिवलिंग पर जल चढ़ाना क्रोध, तनाव और अस्थिरता को शांत करता है। यह मन को शुद्ध और स्वभाव को विनम्र बनाता है।

दूध – दूध से अभिषेक करने पर शरीर और मन की शुद्धि होती है और यह स्वास्थ्य और मानसिक संतुलन में मदद करता है।

दही – शिव को दही चढ़ाने से स्वभाव में गंभीरता, स्थिरता और विवेक की शक्ति बढ़ती है।

शक्कर – शक्कर चढ़ाने से घर में मिठास, सुख-शांति और आर्थिक उन्नति आती है।

शहद – शहद से वाणी में मधुरता और आकर्षण आता है, यह संबंधों को मधुर बनाने में सहायक होता है।

घी – घी शिव को अर्पित करने से शारीरिक शक्ति, आत्मविश्वास और प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है।

इत्र – इत्र अर्पण से विचारों में पवित्रता, सकारात्मकता और चित्त की निर्मलता आती है।

चंदन – शिव के मस्तक पर चंदन लगाने से सम्मान, प्रतिष्ठा और शांति की प्राप्ति होती है।

भांग – यह शिव का अत्यंत प्रिय पदार्थ है जो आंतरिक विकारों का विसर्जन और संयम का प्रतीक है।

केसर – केसर चढ़ाने से स्वभाव में सौम्यता, कोमलता और धैर्य आता है, जो मानसिक उन्नयन में सहायक है।