हरियाणा के हिसार जिले में करतार मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, बास के प्रिंसिपल जगबीर पानू की हत्या के विरोध में पूरे राज्य के प्राइवेट स्कूल संगठनों ने एकजुट होकर बड़ा फैसला लिया है। प्राइवेट स्कूल संघ हरियाणा के नेतृत्व में यह निर्णय लिया गया है कि 16 जुलाई (बुधवार) को पूरे हरियाणा के प्राइवेट स्कूल बंद रहेंगे। इस निर्णय की जानकारी सोमवार को एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी गई, जिसमें HBSE और CBSE से जुड़ी सभी यूनियनों ने भाग लिया।
प्राइवेट स्कूल संघ के प्रदेशाध्यक्ष सत्यवान कूंडू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मांग की कि जगबीर पानू को शहीद का दर्जा दिया जाए और उनके परिवार को सरकार एक करोड़ रुपए का मुआवजा प्रदान करे। उन्होंने कहा कि इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने वाले नाबालिग छात्रों को भी कठोर सजा मिलनी चाहिए, क्योंकि उन्होंने पूरी योजना के साथ यह अपराध किया है।
संघ ने यह भी चिंता जताई कि वर्तमान समय में शिक्षकों की स्थिति भयावह हो चुकी है। किसी छात्र को कुछ कह देने पर शिक्षकों पर जानलेवा हमलों का डर बन गया है। इसलिए शिक्षकों की सुरक्षा को लेकर कड़ा कानून बनाए जाने की मांग की गई। उनका कहना था कि आज प्राइवेट स्कूलों के शिक्षक ही बच्चों को दिशा दे रहे हैं, मगर उन्हें ही सुरक्षा नहीं मिल रही।
इस पूरी घटना की शुरुआत 10 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के दिन हुई थी, जब स्कूल के ही चार छात्रों ने जगबीर पानू को कार्यालय से बाहर बुलाकर चाकुओं से हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल पानू को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। जांच में पता चला कि आरोपियों ने पहले से हत्या की योजना बना रखी थी और वारदात के बाद एक बाइक लूटकर भाग गए थे, साथ ही वीडियो भी जारी किया।
11 जुलाई को हांसी CIA और बास पुलिस ने चारों नाबालिगों को गिरफ्तार कर लिया। अगले दिन उन्हें कोर्ट में पेश कर बाल सुधार गृह भेजा गया।
अब यह मामला एक सामाजिक मुद्दा बन गया है, जिसमें शिक्षक समुदाय न्याय और सुरक्षा की गुहार लगा रहा है। सभी जिलों के डीसी को इस विषय में ज्ञापन सौंपे जाएंगे।