- यमुनानगर में एक उद्योगपति और एक कपड़ा व्यापारी के घरों के बाहर हुई फायरिंग से दहशत का माहौल।
- पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज जब्त कर जांच शुरू की, पूरे जिले में नाकाबंदी और सख्त चेकिंग।
- अभी तक किसी गैंग ने जिम्मेदारी नहीं ली, फोरेंसिक टीम ने गोली के खोल बरामद किए।
हरियाणा के यमुनानगर जिले में बीती रात दो अलग-अलग स्थानों पर फायरिंग की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे इलाके में दहशत का माहौल बन गया है। पहली घटना सहमी इंडस्ट्रीज (जमुना इंजीनियरिंग कंपनी) के मालिक के घर पर हुई, जहां बाइक पर सवार दो बदमाशों ने करीब चार से पांच राउंड फायर किए। यह घटना रात करीब 9:30 बजे हुई। गोली शटर में लगी और छेद हो गए, जबकि कुछ गोलियां अंदर लगे शीशे के दरवाजे पर जा लगीं।
फायरिंग के समय परिवार के सभी सदस्य घर में मौजूद थे और धमाकों की आवाज सुनते ही सभी घबरा गए। परिवार ने तुरंत सीसीटीवी फुटेज देखा, जिसमें दो युवक फायरिंग करते नजर आए।
घटना की सूचना मिलते ही डायल 112 की चार गाड़ियां, गांधी नगर थाने की टीम, सीआईए-1 और 2, और एएसपी अमरिंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने मौके से चार खाली कारतूस जब्त किए हैं।
पीड़ित उद्योगपति रविंद्र पाल सिंह और गुरदीप सिंह, जिनकी प्लाईवुड मशीनों की निर्माण कंपनी है, ने बताया कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है और उन्हें किसी प्रकार की कोई धमकी भी नहीं मिली थी।
दूसरी घटना सरोजनी कॉलोनी फेस-1 में हुई, जहां कपड़ा व्यापारी रवि के घर के बाहर खड़ी गाड़ी पर दो राउंड फायर किए गए। व्यापारी को पहले भी बदमाशों द्वारा धमकी मिली थी और पुलिस सुरक्षा मिली हुई थी। घटना के समय व्यापारी घर में खाना खा रहा था।
पुलिस ने दोनों घटनाओं के बाद पूरे जिले में नाकाबंदी कर दी है, और विशेष रूप से उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर सख्त निगरानी रखी जा रही है। हर चौक पर संदिग्धों की जांच की जा रही है।
एएसपी अमरिंद्र सिंह ने बताया कि फायरिंग की दोनों घटनाओं को गंभीरता से लिया गया है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी होगी। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि दोनों फायरिंग की घटनाओं में कोई संबंध है या नहीं। दोनों ही घटनाओं के स्थानों पर डायल 112 की गाड़ियां तैनात की गई हैं।
इन घटनाओं ने शहर के व्यापारियों और आम नागरिकों में असुरक्षा की भावना को जन्म दिया है। पुलिस का कहना है कि सुरक्षा व्यवस्था और गश्त को और अधिक मजबूत किया जाएगा।