- गुरुग्राम में स्पा सेंटर में काम करने वाली पूजा की हत्या के मामले में लिव-इन पार्टनर मुश्ताक के पिता और भाई गिरफ्तार।
- पूछताछ में खुलासा: तालिबानी तरीके से हत्या, सिर धड़ से अलग किया गया; सिर अब तक नहीं मिला।
- हत्या के बाद डेडबॉडी बाइक पर ले जाकर नहर में फेंकी, सिर और धड़ अलग-अलग स्थानों पर।
गुरुग्राम में हुए सनसनीखेज पूजा मर्डर केस में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने पूजा के लिव-इन पार्टनर मुश्ताक अहमद के पिता अली अहमद और भाई सद्दाम हुसैन को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में दोनों ने माना कि उन्होंने तालिबानी स्टाइल में पूजा की हत्या की थी।
पुलिस के अनुसार, घटना की रात भाई सद्दाम ने पूजा के हाथ, जबकि पिता अली अहमद ने उसके पैर पकड़े, और फिर मुश्ताक ने धारदार हथियार से उसका सिर काट दिया।
पूजा का सिर आज तक बरामद नहीं हुआ है, जबकि उसका धड़ उत्तराखंड में नेपाल बॉर्डर के पास एक नाले से मिला था। हत्या 16 नवंबर 2024 को हुई थी और मुश्ताक को 30 जनवरी 2025 को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया गया था। अब, भाई सद्दाम को यूपी के पीलीभीत से और पिता अली को उधम सिंह नगर से पकड़ा गया है।
हत्या के बाद तीनों ने मिलकर डेडबॉडी को बाइक पर लादा, और एक नहर के पुल के पास सिर और धड़ को अलग-अलग फेंक दिया। जिस बाइक से डेडबॉडी ले जाई गई, उसे पुलिस पहले ही जब्त कर चुकी थी। अब उसकी आरसी (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट) भी कब्जे में ले ली गई है।
पूजा की हत्या की कहानी और भी भयावह है। मुश्ताक ने पहले अपना नाम ‘अजीत’ बताकर पूजा से दोस्ती की, फिर दोनों लिव-इन में रहने लगे। सितंबर 2024 में झांसा देकर शादी भी कर ली, लेकिन इसके बाद वह अपनी बिरादरी की मुस्लिम लड़की से निकाह करने चला गया।
जब पूजा को सच्चाई पता चली, तो उसने सितारगंज जाकर विरोध किया और पुलिस में शिकायत भी दी। इसके बाद मुश्ताक उसे बहन के घर अमाऊ गांव ले गया, जहां रात में पिता और भाई के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी।
19 दिसंबर 2024 को पूजा की बहन ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, जिससे पुलिस की जांच शुरू हुई।
अब पुलिस ने दोनों गिरफ्तार आरोपियों को न्यायिक और पुलिस हिरासत में भेज दिया है। अली अहमद से पूजा के सिर की बरामदगी को लेकर पूछताछ की जा रही है।
इस केस ने पूरे राज्य में महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, वहीं दूसरी ओर अंतरधार्मिक झूठे रिश्ते और धोखे की भयावहता को भी उजागर किया है।