Copy of Copy of हाईकोर्ट की लगी ऐसी फटकार दारोगा समेत 65 पुलिसकर्मी सस् पेंड पढ़ें पूरा मामला7

मजदूरों की बताई बात पर बिना जांच के जेई साहब ने भाजपा नेता पर बना दिया बिजली चोरी का केस, 80 हजार चालान ठोका, अब निकला मकान किसी और का……

हरियाणा फरीदाबाद

बिना जांच के बीजेपी पार्षद पर बिजली चोरी का 80 हजार का चालान
जेई ने मजदूरों की बात पर भरोसा कर दी बड़ी गलती
पार्षद बोले- ये राजनीतिक साजिश है, गलत मकान का नाम जोड़ा गया


“बिजली चोरी” का आरोप लगना आम बात है, लेकिन जब किसी बीजेपी पार्षद को सिर्फ मजदूरों की जुबानी पहचान पर ही चोर बना दिया जाए—वो भी बिना किसी दस्तावेजी पुष्टि के—तो समझ लीजिए सिस्टम में कहीं न कहीं तार जरूर ढीले हैं। फरीदाबाद में बिजली विभाग ने कुछ ऐसा ही कारनामा कर डाला, जब मजदूरों से मिली ‘मुंहजबानी’ पर यकीन करके एक पार्षद के नाम पर सीधा 80 हजार का चालान ठोक दिया। सोशल मीडिया पर चालान वायरल हुआ, तो खुद पार्षद पावर हाउस जा पहुंचे और पूछ बैठे – ‘मेरे घर की बिजली चोरी, वो भी मेरे बिना घर के?’ अफसरों की सिट्टी-पिट्टी गुम हुई, और दोबारा साइट विजिट में सच सामने आया – मकान तो किसी और का था! अब जेई साहब हाथ जोड़कर माफी मांग रहे हैं, और कह रहे हैं – “भूल-चूक लेनी देनी…”

मामला 8 जुलाई का है जब दक्षिणी हरियाणा बिजली वितरण निगम के पल्ला पावर हाउस से जुड़े जेई हिमांशु शर्मा ने विजिलेंस टीम के साथ इस्माइलपुर स्थित विष्णु एन्क्लेव में छापेमारी की थी। यहां एक निर्माणाधीन मकान में बिजली चोरी पकड़ी गई। वहां मौजूद मजदूरों ने जब मकान मालिक का नाम पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि यह मकान लाल कुमार मिश्रा का है।

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इस सूचना के आधार पर बिजली विभाग ने बिना सत्यापन किए चालान काटकर पार्षद के नाम से बिजली चोरी का केस दर्ज कर दिया। जेई हिमांशु ने यह भी बताया कि उन्होंने मौके से कुछ सामान जब्त किया और रिपोर्ट बनाकर चालान की प्रक्रिया पूरी की।

जब यह चालान सोमवार को वायरल हुआ तो पार्षद लाल कुमार मिश्रा ने नाराजगी जाहिर करते हुए पावर हाउस जाकर खुद जानकारी ली। जांच के बाद सामने आया कि जिस मकान पर बिजली चोरी हुई, वह मकान लाल कुमार मिश्रा का नहीं, बल्कि दिलिप कुमार मिश्रा नामक व्यक्ति का है।

इस पर जेई हिमांशु ने कहा कि, मजदूरों से पूछताछ के आधार पर गलती से यह चालान गलत नाम से जारी हो गया। उन्होंने माना कि यह भूल-चूक हुई है और कहा कि जल्द ही नाम में सुधार कर सही व्यक्ति पर कार्रवाई की जाएगी।

वहीं पार्षद लाल कुमार मिश्रा का कहना है कि यह राजनीतिक साजिश है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह चालान पूर्व पार्षद के पति की शह पर जारी करवाया गया। उन्होंने कहा कि उनका इस मकान से कोई लेना-देना नहीं है और वह स्वयं दीपावली एन्क्लेव में अपने परिवार संग रहते हैं।

बिजली विभाग के अधिकारियों ने पार्षद को आश्वासन दिया है कि मामले की पूरी छानबीन कर जल्द से जल्द समाधान किया जाएगा और पार्षद के नाम से जोड़ी गई गलती को दुरुस्त कर दिया जाएगा।