➤हरियाणा के नूंह में नशे के आदी बेटे ने 20 रुपये के लिए कुल्हाड़ी से मां की हत्या कर दी।
➤हत्या के बाद आरोपी फरार, भाई की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया।
➤परिवार मूल रूप से असम का रहने वाला है और स्थानीय तालाब निर्माण कार्य में संलग्न था।
नूंह (हरियाणा), 20 जुलाई — हरियाणा के नूंह जिले से एक बेहद दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जिसने न सिर्फ इंसानी रिश्तों को शर्मसार किया है, बल्कि नशे की लत किस हद तक इंसान को हैवान बना सकती है, इसका भयावह उदाहरण पेश किया है। महज 20 रुपये न मिलने पर एक नशे के आदी युवक ने अपनी मां की कुल्हाड़ी से गला काटकर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गया।
मां से मांगे थे 20 रुपये, सुबह देने की बात पर चढ़ा खून सवार
घटना शुक्रवार रात की है। जयसिंहपुर गांव में झोपड़ी में रहने वाला जमशेद नामक युवक नशे की हालत में घर पहुंचा और मां रजिया से नशा खरीदने के लिए 20 रुपये की मांग करने लगा। बुजुर्ग मां ने समझाते हुए कहा कि सुबह पैसे दे दूंगी, फिलहाल कुछ नहीं है। इतना सुनते ही नशे में चूर जमशेद का पारा चढ़ गया और उसने पास में रखी कुल्हाड़ी से रजिया के गले पर वार कर दिया।
वार इतना घातक था कि महिला की मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद आरोपी बेटा फरार हो गया।
भाई ने दी शिकायत, पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के बाद सौंपा परिजनों को
वारदात की जानकारी मृतका के बड़े बेटे रिजाउल ने पुलिस को दी। उसने बताया कि उसका भाई जमशेद लंबे समय से नशे का आदी है और कई बार झगड़े करता रहा है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिवार को सौंप दिया।
पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पिता की 4 माह पहले हुई थी मौत, बेटा बेरोजगार और नशे में डूबा था
परिवार की पृष्ठभूमि भी कम त्रासद नहीं है। रिजाउल ने बताया कि चार महीने पहले उनके पिता मुबारिक की मौत हो गई थी। वे मूल रूप से असम के चिरांग जिले के निवासी हैं और करीब 30 साल पहले हरियाणा में आकर बसे थे।
परिवार जयसिंहपुर गांव के बाहर नहर किनारे एक झोपड़ी में रहता था और कबाड़ व तालाब निर्माण जैसे अस्थायी काम करता था। जमशेद का कोई स्थायी रोजगार नहीं था।
पत्नी 5 साल से अलग, नशे की वजह से घर से निकाली गई थी
मां की हत्या करने वाला आरोपी जमशेद पहले भी विवादों में रहा है। उसकी पत्नी पिछले 5 साल से मायके में रह रही है। कारण वही—उसका नशा करना और मारपीट। हालांकि दोनों के बीच अब तक तलाक नहीं हुआ है, पर आपसी रिश्ते खत्म हो चुके हैं।
रिजाउल ने अपने छोटे भाई के बारे में भावुक होते हुए कहा,
“जो मां का न हो सका, वो किसी का नहीं हो सकता।”
तालाब पर मजदूरी करता था परिवार, आरोपी था निठल्ला
जयसिंहपुरा में एक ठेकेदार के तालाब पर पूरा परिवार काम करता था। बड़ा बेटा रिजाउल पलवल में कबाड़ी का काम करता है, दूसरा भाई ड्राइवरी करता है, लेकिन जमशेद कोई काम नहीं करता था और दिनभर नशे में धुत रहता था।
मां और अन्य महिलाएं भी मजदूरी करती थीं, लेकिन जमशेद ने कभी कोई जिम्मेदारी नहीं उठाई। उल्टा घर में तनाव और मारपीट का कारण बना रहा।
नशे की लत समाज के लिए चेतावनी बन गई है
यह घटना केवल एक पारिवारिक हत्या नहीं है, बल्कि हरियाणा में नशे की बढ़ती समस्या का एक और खतरनाक चेहरा है। नशा न सिर्फ युवाओं की जिंदगी तबाह कर रहा है, बल्कि पारिवारिक ढांचे और सामाजिक मूल्यों को भी ध्वस्त कर रहा है।
सरकार और प्रशासन को इस मामले को केवल आपराधिक घटना नहीं, बल्कि एक सामाजिक बीमारी के रूप में देखना चाहिए और नशे के खिलाफ ठोस अभियान चलाना चाहिए।