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हरियाणा के CA ने हीलियम गैस से की ‘सनसनीखेज’ आत्म-हत्या, सुसाइड नोट में लिखी ‘मौत की खूबसूरत बात’

हरियाणा की बड़ी खबर

गुरुग्राम के CA ने हीलियम गैस से की आत्महत्या

दिल्ली के एयरबीएनबी रूम में मिला शव, सुसाइड नोट बरामद

देश में हीलियम गैस से सुसाइड का संभवतः पहला मामला

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नई दिल्ली/गुरुग्राम: गुरुग्राम की एक कंपनी में कार्यरत चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) धीरज कंसल ने बेहद सनसनीखेज तरीके से अपनी जान ले ली है। 25 वर्षीय धीरज ने दिल्ली के बाराखंबा स्थित एक एयरबीएनबी रूम में अपने मुंह में हीलियम गैस भरकर आत्महत्या कर ली। दिल्ली पुलिस को कमरे से उनका शव बरामद हुआ है। पुलिस के अनुसार, हीलियम गैस का उपयोग कर आत्महत्या का संभवतः यह देश में पहला मामला है, जो इस घटना को और भी चौंकाने वाला बनाता है।

धीर कंसल मूल रूप से हरियाणा के करनाल जिले के सालवन गांव के निवासी थे। उनका जीवन बचपन से ही त्रासदीपूर्ण रहा। उनके पिता का निधन 2003 में हो गया था, जिसके बाद उनकी मां ने दूसरी शादी कर ली थी। धीरज का कोई भाई-बहन भी नहीं था, जिससे वह जीवन में काफी अकेलापन महसूस करते थे। फिलहाल, वह गुरुग्राम से सटे दिल्ली के महिपालपुर के एक PG में रह रहे थे और गुरुग्राम स्थित अपनी कंपनी में रोजाना आना-जाना करते थे।

सुसाइड नोट में मौत को बताया ‘खूबसूरत हिस्सा’ पुलिस को एयरबीएनबी के उस कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसे धीरज ने 20 से 28 जुलाई तक एयरबीएनबी ऐप के माध्यम से बंगाली मार्केट के पास एक वन बीएचके फ्लैट के रूप में बुक किया था। इस सुसाइड नोट में धीरज ने अपनी भावनाओं को व्यक्त किया है। उन्होंने लिखा है कि “अगर उसकी फेसबुक पोस्ट डिलीट हो जाए, तो यह नोट उसके विचार व्यक्त करने के लिए है।”

सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि सुसाइड नोट में धीरज ने लिखा, “मेरी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। मेरे लिए मौत जीवन का सबसे खूबसूरत हिस्सा है। कृपया मेरी मौत पर दुखी न हों, आत्महत्या करना बुरा नहीं है, क्योंकि मुझ पर किसी की जिम्मेदारी नहीं है और न ही कोई मुझसे भावनात्मक रूप से जुड़ा है।

महादेव से पूछा सवाल, पर नहीं मिला जवाब मृतक CA ने अपने सुसाइड नोट में यह भी जिक्र किया है कि उसकी मौत की वजह से किसी को परेशान न किया जाए। उसने लिखा है कि “जिंदगी में जितने इंसान मिले, उन सभी ने बहुत अच्छा व्यवहार किया है।” धीरज ने अपने नोट में यह भी लिखा कि यह एक चमत्कार ही है कि दादी की मौत के बाद वह इतने साल तक जी गया। उसने भावुक होकर लिखा कि, “कई बार मैंने महादेव से पूछा कि मुझे जिंदा क्यों रख रहे हैं? लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।” इस घटना ने मानसिक स्वास्थ्य और अकेलेपन जैसे मुद्दों पर गंभीर चिंतन को बढ़ावा दिया है। पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है।