➤ HKRN कर्मचारियों को हटाने का कोई आदेश नहीं
➤ सरकार ने अफवाहों को बताया बेबुनियाद
➤ स्थायी भर्ती के लिए HSSC को भेजी जाएगी रिक्त पदों की सूची
हरियाणा सरकार ने स्पष्ट किया है कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम लिमिटेड (HKRNL) में पांच साल से कम सेवा अवधि वाले कर्मचारियों को हटाने संबंधी जो अफवाहें फैलाई जा रही हैं, वे पूरी तरह गलत और भ्रामक हैं। सरकार ने इस प्रकार का कोई निर्णय नहीं लिया है। विशेष रूप से महिला एवं बाल विकास विभाग से संबंधित ऐसी अफवाहों का भी खंडन किया गया है। प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि पांच साल से कम अनुभव वाले HKRN कर्मचारियों को हटाने को लेकर कोई अंतिम निर्णय अभी तक नहीं लिया गया है।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग में हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) के माध्यम से की गई 168 नियुक्तियों में से 155 ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। मुख्य सचिव द्वारा यह सुझाव भी दिया गया है कि विभाग में रिक्त पदों की सूची जल्द HSSC को भेजी जाए, ताकि इन पदों पर स्थायी आधार पर भर्ती की जा सके।
सरकार ने यह भी दोहराया कि उसका मुख्य उद्देश्य नियमित भर्ती प्रक्रिया के ज़रिए योग्य युवाओं को स्थायी रोजगार देना है, जिससे उनके करियर में स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। हाल ही में हुए कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) इसी दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसके जरिए युवाओं को विभिन्न विभागों में स्थायी नियुक्तियाँ दी जाएंगी।
राज्य सरकार ने कहा है कि वह सभी विभागों में रिक्त पदों की पहचान कर रही है और उन्हें शीघ्र भरने की प्रक्रिया में है। इससे न केवल बेरोजगारी की समस्या पर लगाम लगेगी, बल्कि योग्य उम्मीदवारों को सम्मानजनक और सुरक्षित नौकरी भी मिल सकेगी। सरकार का मानना है कि स्थायी नौकरियाँ समाज और अर्थव्यवस्था की स्थिरता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
अंत में सरकार ने यह भी कहा कि हरियाणा के युवाओं और कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए वह पूरी तरह प्रतिबद्ध है, और भविष्य में भी इसी दिशा में कदम उठाए जाएंगे। प्रदेश के युवाओं को उनकी योग्यता और मेहनत के अनुरूप अवसर दिलाना ही सरकार का लक्ष्य है।

