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NCERT ने फिर बदला पाठ्यक्रम, मानेकशॉ और सोमनाथ जैसे वीरों की गाथा पढ़ेंगे छात्र

Education बड़ी ख़बर

➤NCERT ने पाठ्यपुस्तकों में तीन वीर सैनिकों पर नए अध्याय जोड़े
➤कक्षा 7 और 8 में सैम मानेकशॉ, मोहम्मद उस्मान और सोमनाथ शर्मा की कहानियां
➤उद्देश्य – छात्रों में देशभक्ति और नेतृत्व की भावना जगाना

राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने अपने स्कूल पाठ्यक्रम में एक अहम बदलाव करते हुए भारत के तीन महान सैन्य नायकों—फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ, ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान और मेजर सोमनाथ शर्मा—पर विशेष अध्याय जोड़े हैं। यह कदम छात्रों में देशभक्ति, नेतृत्व और बलिदान की भावना को मजबूत करने के उद्देश्य से उठाया गया है।

नए पाठ्यक्रम के अनुसार, कक्षा 8 (उर्दू) की पुस्तक में फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ के जीवन और उनकी सैन्य उपलब्धियों का विस्तृत विवरण शामिल होगा। मानेकशॉ को 1971 के भारत-पाक युद्ध में निर्णायक नेतृत्व के लिए जाना जाता है, जिसके परिणामस्वरूप बांग्लादेश का गठन हुआ।

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कक्षा 7 (उर्दू) की पुस्तक में ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान की वीरगाथा जोड़ी गई है। 1947-48 के भारत-पाक युद्ध के दौरान उन्हें ‘लायन ऑफ नowshehra’ के नाम से सम्मानित किया गया था। उन्होंने अपने जीवन का बलिदान देते हुए देश की रक्षा की।

वहीं, कक्षा 8 (अंग्रेज़ी) की पुस्तक में मेजर सोमनाथ शर्मा की कहानी शामिल की गई है। वे परमवीर चक्र पाने वाले पहले सैनिक थे, जिन्होंने 1947 में बडगाम की लड़ाई में अदम्य साहस दिखाते हुए अपनी जान न्यौछावर कर दी।

इन अध्यायों को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (National War Memorial) की अवधारणा से जोड़ा गया है, ताकि छात्र न केवल इतिहास जानें बल्कि शहीदों की स्मृति और उनके योगदान को समझ सकें। पाठ्यक्रम में इन नायकों की जीवनी, उनके संघर्ष, नेतृत्व के गुण और निर्णायक क्षणों को प्रेरणादायक ढंग से प्रस्तुत किया गया है।

शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इस बदलाव से छात्रों के भीतर जिम्मेदारी, साहस, सहिष्णुता और संवेदनशीलता जैसे मूल्यों का विकास होगा। यह पहल न केवल शैक्षणिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को अपने देश की गौरवशाली सैन्य विरासत से जोड़ने का भी माध्यम बनेगी।