पंचकूला : सरकार ने सदन में बताया कि हरियाणा में 2014 से अब तक बेरोजगारी के कारण 12 युवाओं ने आत्महत्या की है। जिसमें सबसे ज्यादा गुड़गांव में आठ, रोहतक, भिवानी और कैथल जिलों में एक-एक ने आत्महत्या की है। जहां तक प्रदेश में बेरोजगारी का सवाल है, तो कुल मिलाकर लगभग पांच लाख युवा विभिन्न रोजगार कार्यालयों में पंजीकृत हैं।
महम के विधायक बलराज कुंडू ने विधानसभा में सवाल पूछा था। जिसके जवाब में सरकार की ओर से यह जानकारी दी गई है।
इस दौरान कुंडू ने हरियाणा में बेरोजगारी की स्थिति को लेकर चर्चा की। सरकार की ओर से दावा किया गया कि भर्ती प्रक्रिया लगातार चल रही है। इस वक्त प्रदेश के अलग अलग विभागों में एक अनुमान के मुताबिक 2,02,576 स्थाई पद खाली पड़े हैं।
इन खाली पदों को भरने के लिए भर्ती एजेंसियां लोक सेवा आयोग (एचपीएससी) और हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी), नियमित रूप से विज्ञापन दे रहे हैं।

रोजगार अवसर बढ़ाने के लिए चल रहा लगातार काम
दोनों आयोगों ने 55,000 से अधिक पदों का विज्ञापन दिया है, जिसके लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है। सरकार की ओर से यह भी जानकारी दी गई कि 2015 और 2022 के बीच आठ वर्षों के दौरान, राज्य के विभिन्न रोजगार कार्यालयों में हर साल औसतन 1.69 लाख युवा अपना नामांकन कराते हैं। सरकार की ओर से यह भी दावा किया गया कि रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए लगातार काम चल रहा है। उद्योग, सेवा उद्यम, रियल एस्टेट , स्टार्ट-अप के माध्यम से युवाओं को रोजगार देने का काम भी किया जा रहा है।