➤ गीता परिवार द्वारा पानीपत में चार दिवसीय बाल संस्कार एवं व्यक्तिगत विकास शिविर आयोजित
➤ योग, प्राणायाम, ध्यान और देशभक्ति गीत से विद्यार्थियों में आत्मविश्वास व नेतृत्व क्षमता का विकास
➤ भारतीय संस्कृति व गीता दर्शन से जोड़ने की दिशा में सराहनीय पहल
समालखा, अशोक शर्मा
समालखा, अशोक शर्मा। गीता परिवार पानीपत के कार्यकर्ताओं द्वारा स्वास्तिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल, बबैल रोड, पानीपत में चार दिवसीय बाल संस्कार एवं व्यक्तिगत विकास शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर विद्यार्थियों के नैतिक, शारीरिक एवं मानसिक विकास को ध्यान में रखते हुए आयोजित किया गया, ताकि बच्चों में सकारात्मक जीवन मूल्य विकसित हो सकें।

शिविर का शुभारंभ विद्यालय के कोऑर्डिनेटर दीपक एवं अध्यापकगण द्वारा प्रभु चरणों में पुष्प अर्पित कर किया गया। मंच संचालन का दायित्व डॉ. राजेश भारद्वाज ने निभाया। उन्होंने गीता परिवार का संक्षिप्त परिचय देते हुए बताया कि शिविर का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के साथ-साथ उन्हें भारतीय संस्कृति एवं गीता दर्शन से जोड़ना है।

शिविर में योग सत्र का संचालन प्रदीप एवं मीनू गोयल ने किया। छात्राओं को प्राणायाम, ध्यान एवं अनुलोम-विलोम का अभ्यास कराया गया। प्रशिक्षकों ने बताया कि नियमित योगाभ्यास से विद्यार्थी तनावमुक्त रह सकते हैं और उनका शारीरिक, मानसिक एवं भावनात्मक विकास संभव है।
इसके अतिरिक्त, ममता वर्मा द्वारा विद्यार्थियों को ज्ञानवर्धक गतिविधियां कराई गईं, जिनसे उनमें टीमवर्क, आत्मविश्वास एवं नेतृत्व क्षमता का विकास हुआ। मुकेश देशवाल ने विद्यार्थियों को सामूहिक रूप से देशभक्ति गीत का पाठ कराया, जिससे उनमें देशप्रेम और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना जागृत हुई।

शिविर के समापन अवसर पर ममता वर्मा ने बाल उद्घोषणाएं करवाईं और सभी कार्यकर्ताओं, शिक्षकों एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर सीमा गोयल, वरुण तिवारी एवं विद्यालय के अन्य अध्यापकगण भी उपस्थित रहे।
यह चार दिवसीय शिविर न केवल विद्यार्थियों के शारीरिक, मानसिक एवं नैतिक विकास का माध्यम बना, बल्कि उन्हें भारतीय संस्कृति, गीता दर्शन और जीवन मूल्यों से जोड़ने की दिशा में एक सराहनीय पहल साबित हुआ।

