➤ लड़की की हत्या और क्रूरता मामले में पुलिस पर कार्रवाई का दबाव
➤ दोषियों को पकड़ने और कालकोठरी में डालने की मांग
➤ लिव-इन रिलेशनशिप कानून की समीक्षा पर भी सवाल
भिवानी लोहारू की टीचर मनीषा की दिल दहला देने वाली हत्या और क्रूरता की घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस पर लगातार दबाव बढ़ रहा है। उधर हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने कहा कि वह पुलिस अधिकारियों के संपर्क में हैं और PGI की रिपोर्ट का इंतजार कर रही हैं। फिलहाल पुलिस ने स्कूल प्रिंसिपल और चौकीदार को हिरासत में लेकर पूछताछ की है, लेकिन असली अपराधी अब तक खुलेआम घूम रहे हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा अधिकारियों को हटाने और SP के तबादले के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि यह मामला केवल प्रशासनिक कार्रवाई से खत्म नहीं होगा, बल्कि दोषियों को कालकोठरी में डालकर ही न्याय दिलाना होगा।
वक्ता ने समाज से अपील की कि यह किसी एक परिवार की बेटी का नहीं बल्कि हम सबकी बेटियों का मुद्दा है। राजनीति से ऊपर उठकर समाज को एकजुट होना होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि बेटियों के लिए मजाक उड़ाना बंद करना चाहिए और अपनी वाणी में संयम रखना होगा। उन्होंने कहा राजनैतिक पार्टियां इस मामले में ट्रोलिंग ट्रोलिंग बंद करें।
हरियाणा के भिवानी जिले के लोहारू क्षेत्र में महिला टीचर मनीषा की हत्या का मामला लगातार गंभीर रूप लेता जा रहा है। हत्या के बाद भिवानी अस्पताल और रोहतक PGI में दो बार पोस्टमॉर्टम हुआ। रिपोर्ट में सामने आया कि मनीषा का गला लगभग पूरी तरह से कटा हुआ था। कुछ अंगों को जंगली जानवरों ने नुकसान पहुंचाया था और शरीर की त्वचा भी बुरी तरह खराब हो चुकी थी।
हालांकि, दो बार पोस्टमॉर्टम होने के बावजूद परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि जब तक असली हत्यारों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, बेटी का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। इसी मांग को लेकर सोमवार को परिजनों और ग्रामीणों ने दिल्ली-पिलानी रोड जाम कर दिया। गुस्साए लोगों ने सड़क पर बैठकर नारेबाजी की और मोटरसाइकिलें बीच सड़क पर खड़ी कर दीं। करीब एक घंटे तक जाम लगा रहा, जिसके बाद पुलिस अधिकारियों की समझाइश के बाद रास्ता खोला गया। इसके बाद परिजन डिगावा मंडी में धरने पर बैठ गए।
धरनास्थल पर पहुंचे लोहारू से कांग्रेस विधायक राजबीर फरटिया ने ग्रामीणों से धैर्य बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि यह न्याय की लड़ाई है और इसमें अनुशासन बनाए रखना सबसे जरूरी है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जो भी फैसला कमेटी लेगी, उससे पीछे नहीं हटेंगे।
वहीं, हरियाणा सरकार की ओर से सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी भी मौके पर पहुंचीं। उन्होंने कहा कि यह घटना बेहद दर्दनाक है और इस पर मुख्यमंत्री नायब सैनी खुद नजर रख रहे हैं। उन्होंने माना कि शुरुआती स्तर पर प्रशासनिक लापरवाही हुई थी। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
जननायक जनता पार्टी (JJP) नेता दिग्विजय चौटाला ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अगर पुलिस को फ्री हैंड दिया जाता तो अब तक हत्यारों को पकड़ लिया जाता। उन्होंने आशंका जताई कि पुलिस मामले में कुछ छिपाने की कोशिश कर रही है और इस पूरे मामले की गहराई से जांच होनी चाहिए।
इनेलो की नेता सुनैना चौटाला भी धरनास्थल पर पहुंचीं और पीड़ित परिवार के साथ एकजुटता दिखाई।
उधर, महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणु भाटिया ने भिवानी पुलिस को सख्त अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने साफ कहा कि 24 घंटे के भीतर असली अपराधियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों को हर हाल में सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।
फिलहाल, परिजनों का धरना जारी है और माहौल बेहद तनावपूर्ण बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि यह केवल एक परिवार की बेटी का मामला नहीं बल्कि पूरे समाज की बेटियों का मुद्दा है और जब तक न्याय नहीं मिलेगा, संघर्ष जारी रहेगा।