नूंह जिले के वन विभाग से अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां एक वन दरोगा द्वारा विभाग में ही अस्थाई मजदूरी करने वाले एक व्यक्ति को आयकर विभाग अधिकारी बन फोन पर धमकी और गाली गलौज करने का आरोप लगा है। जिसकी अब ऑडियो रिकॉर्डिंग वायरल हो गई है तो वहीं वन विभाग मामले को दबाने के प्रयास में जुटा है।
वन विभाग में अस्थायी मजदूरी के रूप में अपनी सेवा दे रहे तावडू उपमंडल गांव चाहल्का के रहने वाले साबिर ने बताया कि एक अज्ञात नंबर से एक व्यक्ति ने मुझे फोन किया। अज्ञात ने फोन कर गाली गलौज करते हुए कहा कि वह आयकर विभाग से बोल रहे हैं। आपके खाते में बहुत ज्यादा राशि आई है।
जिसके जवाब में साबिर ने कहा कि वह विभाग में काफी समय से चौकीदार के रूप में अपनी सेवा दे रहे हैं। करीब छह महीने का वेतन और कुछ मजदूरों का पुराने बिलों का बकाया भुगतान किया खाते में हुआ है।
बेवजह कर रहे थे कर्मचारियों को ब्लैकमेल
मजदूर ने बताया कि फोन करने वाले व्यक्ति ने गिरफ्तारी की धमकी देते हुए उनकी सैलरी के बारे में पूछा। साथ ही फोन करने वाले व्यक्ति ने बातचीत के दौरान कई बार अश्लील शब्दों का प्रयोग किया। फोन पर हुई बातचीत की उन्होंने रिकॉर्डिंग कर ली थी।
विभाग के अन्य कर्मचारियों के साथ साझा की तो पता चला कि फोन करने वाले विभाग के ही एक वन दरोगा है। जो उन्हें बेवजह ब्लैकमेल कर रहे हैं। मामले को लेकर पीड़ित साबिर ने विभागीय अधिकारियों से शिकायत की है। पूरी बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी विभाग के अधिकारियों को भेज दी गई है। जिन्होंने उन्हें कार्रवाई का भरोसा भी दिलाया है।
पहले भी हो चुका है दरोगा निलंबित
बता दें कि जिस वन दरोगा पर यह आरोप लगाया है उसका विवादों से नाता रहा है। पूर्व में भी वह वन विभाग की भूमि से पेड़ पौधे काटे जाने पर लापरवाही बरतने के मामले में निलंबित कर दिए गए थे। वहीं विभाग द्वारा जो मोटरसाइकिल वन दरोगा को दी गई है उसे भी निजी काम में प्रयोग किया जा रहा है। जबकि वन विभाग द्वारा दी गई मोटरसाइकिल सिर्फ विभाग के उद्देश्य से ही काम में ली जा सकती है।
इस बारे में आरोपी वन दरोगा से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन संपर्क नहीं हो सका। तो वहीं जिला वन अधिकारी दीपक पाटिल ने कहा कि मिडियाकर्मियों के माध्यम से ही मामला उनके संज्ञान में आया है। जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।