हरियाणा विजिलेंस की टीम ने रिश्वत के खेल का पर्दाफाश किया है। नशे के केस में नाम हटाने की एवज में 1 लाख 40 हजार की रिश्वत के साथ 1 आरोपी को गिरफ्तार किया है जिसमें 2 पुलिसकर्मियों की संलिप्तता भी पाई गई है। इस केस में हरियाणा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के दो पुलिसकर्मी महबूब और जांच अधिकारी पवन के नाम भी शामिल है।
मामला यमुनानगर में हरियाणा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पास था जिसमें बिलाल नाम के व्यक्ति की भी संदिग्ध संलिप्तता पाई गई। जिसके बाद टीम ने बिलाल को पकडने के लिए कई बार रेड की लेकिन वो पकड़ में नहीं आया। जिसके बाद बिलाल ने हरियाणा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में तैनात महबूब से संपर्क किया और उन्होने अपने भाई इस्लाम को इस काम में लगा दिया।
विजिलेंस टीम के इंचार्ज सुरेश कुमार ने बताया कि ढाई लाख में बात हुई। लेकिन 1 लाख 40 हजार रुपए में सौदा तय हुआ। बिलाल ने करनाल जिले के कुंजपुरा में इस्लाम को पैसे देने के लिए बुलाया। जैसे ही बिलाल ने इस्लाम को पैसे दिए तो विजिलेंस की टीम ने उन्हे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। इस्लाम 2 महीने पहले ही साउदी अरब से लौटा था। फिलहाल स्टेट विजिलेंस की टीम पुलिसकर्मी महबूब और पवन से संपर्क साधने की कोशिश कर रही है लेकिन वो दोनों फरार हैं।