रोहतक में गुगाहेड़ी गांव के शीशपाल की हत्या को लेकर ग्रामीण और पुलिस आमने-सामने है। परिवार सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ा है। फिलहाल सभी आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। मृतक शीशपाल का शव PGI में ही रखा हुआ है। परिजनों ने गिरफ्तारी के बाद ही शव उठाने की बात कही है।
मंगलवार को ग्रामीणों ने भिवानी-गोहाना रोड पर बैंसी चौक पर जाम लगा दिया था। शाम को पुलिस के आश्वासन के बाद उन्होंने इसे खोल दिया। साथ ही अल्टीमेटम दिया था कि बुधवार सुबह अगर गिरफ्तारी नहीं हुई तो वह दोबारा जाम लगा देंगे। बुधवार को दोनों पक्षों में मीटिंग का दौर चल रहा है।
सब्जी लेने के लिए गई थी मां
शीशपाल मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करता था। एक अक्टूबर की सुबह उसकी मां सब्जी लेने के लिए गई थी। इसी दौरान उनके गांव का बल्लू आया और मां के साथ बदतमीजी की। वहीं अपशब्द भी कहे। जिस पर शीशपाल ने उन्हें टोक दिया। इस दौरान बल्लू ने शाम तक जान से मारने की धमकी दी और वह मौके से चला गया।
आते ही फायरिंग की शुरू
शाम करीब 4 बजे शीशपाल घर के पास ही ताश खेलने वालों के साथ बैठा था। इसी दौरान बाइक सवार 3 युवक आए, जिनमें 2 गांव के व तीसरा उनका भांजा था। उन्होंने आते ही फायरिंग शुरू कर दी। जिसके कारण शीशपाल को 6 गोलियां (3 पैर में, 1 पेट में, 1 कंधे में व 1 साथल में) मारी। जिसके कारण वह गंभीर घायल हो गया और गिर पड़ा।
इलाज के दौरान तोड़ा दम
इसके बाद आसपास में दहशत फैलाते हुए आरोपी हथियार को हवा में लहराते हुए वहां से फरार हो गए। घायल शीशपाल को उपचार के लिए रोहतक पीजीआई में लाया गया। जहां पर इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। मौत से पहले पुलिस ने शीशपाल की एक वीडियो भी बनाई। जिसमें वह हमलावरों के नाम बता रहा है।
3 हमलावरों सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज
इधर पुलिस ने मृतक शीशपाल के बेटे साहिल की शिकायत पर 3 हमलावरों सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था। वहीं परिवार वाले सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए हैं। जिसके कारण उन्होंने शव लेने से भी इनकार कर दिया है।