HSSC CET Exam 2023 : हरियाणा के 17 जिलों में बनाए गए केंद्रों पर ग्रुप-डी की दो दिन चलने वाली परीक्षा (CET) शुरू हो गई है। परीक्षा को लेकर सरकार की ओर से कड़े इंतजाम किए गए हैं। महिला अभ्यार्थियों के परीक्षा केंद्र में प्रवेश पर बालियों से लेकर चूड़ियां पहनकर जाने पर रोक लगाई गई है। केंद्र के प्रवेश द्वार पर ही महिलाओं की चूड़ियां, बालियां, कलाई पर बंधे धागे और नाक से नॉज पिन उतरवाई गई है। यह पहली बार है कि फेस स्कैनिंग के बाद ही अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया गया है।
बता दें कि पहले चरण में 3.5 लाख अभ्यार्थी सीईटी की परीक्षा देंगे। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से आयोजित की जा रही परीक्षा के लिए 13,75,151 अभ्यर्थियों ने अपना पंजीकरण करवाया है। सीईटी परीक्षा के लिए चंडीगढ़ सहित हरियाणा के 17 जिलों पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरूक्षेत्र, करनाल, पानीपत, सोनीपत, गुरुग्राम, फरीदाबाद, कैथल, हिसार, भिवानी, फतेहाबाद, सिरसा, पलवल, नारनौल और रेवाड़ी में 798 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।

दो चरणों में आयोजित हो रही सीईटी की परीक्षा
परीक्षा सुबह और शाम दो चरणों में आयोजित की गई। पहले चरण की परीक्षा का समय सुबह 10:00 से 11:45 बजे और दोपहर 3:00 से 4:45 तक रखा गया है। वहीं सुरक्षा कर्मियों की ओर से महिला अभ्यार्थियों के बालियां, चूड़ियां, धागा और नॉज पिन उतरवाए जाने पर कुछ अभ्यार्थियों ने इसका विरोध भी जताया है तो कई महिला अभ्यार्थियों ने सुरक्षा के मध्यनजर इन नियमों को उचित बताया है।

धारा 144 के साथ 22 जिलों में बंद रहेंगे सरकारी-गैर सरकारी स्कूल
सीईटी परीक्षा की सफलता के लिए सभी परीक्षा केंद्रों के आसपास धारा 144 लगाई गई है। परीक्षा में नकल न हो इसके लिए सभी 22 जिलों के सरकारी गैर सरकारी स्कूलों को बंद रखा गया है। साथ ही परीक्षार्थियों के आवागमन के लिए रोडवेज की बसों में फ्री सफर की व्यवस्था की गई है। पहली बार अभ्यार्थी की जगह किसी दूसरे व्यक्ति का प्रवेश न हो, इसके लिए परीक्षा केंद्रों पर बायोमेट्रिक व फेस ऑथेंटिकेशन की व्यवस्था की गई है। केंद्रों में परीक्षार्थियों की पहचान के बाद ही अभ्यार्थियों को प्रवेश दिया जा रहा है।

पेपर लीक, आउट और नकल पर रोक के लिए अलग से भी तैनात किया गया है स्टाफ
परीक्षा केंद्रों पर पेपर लीक, आउट, नकल या किसी अन्य के स्थान पर कोई दूसरा व्यक्ति परीक्षा देने आता है तो ऐसे मामलों पर अंकुश लगाने के लिए अलग से भी स्टाफ तैनात किया गया है। साथ ही तैनात स्टाफ की अदला-बदली भी की जाएगी, ताकि उन्हें खुद भी यह न पता चले कि किस परीक्षा केंद्र पर उनकी ड्यूटी लगेगी। साथ ही परीक्षा केंद्रों पर जैमर की व्यवस्था और वह ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं, इसकी जानकारी सुनिश्चित करने व निगरानी के लिए अलग से अधिकारियों को तैनात किया गया है।

3000 रोडवेज और निजी बसों तक परीक्षा केंद्र पहुंचाए जा रहे अभ्यार्थी
विभिन्न जिलों से आवागमन करने वाले अभ्यार्थियों के लिए परीक्षा केंद्रों तक सुगम यात्रा प्रदान करने के लिए परिवहन विभाग की ओर से विशेष व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। सभी जिलों में पर्याप्त संख्या में रोडवेज बसों का संचालन किया गया है। इसके लिए हरियाणा रोडवेज की 3000 बसें और विभिन्न शिक्षण संस्थानों की बसों का उपयोग किया जा रहा है। इन बसों में अभ्यार्थियों के एडमिट कार्ड दिखाने पर ही यात्रा सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। साथ ही अभ्यार्थियों की सहायता के लिए बस स्टैंड व रेलवे स्टेशनों पर हेल्प डेस्क स्थापित किए गए हैं।

सख्त नियमों के साथ इस बार खास प्रबंधों की व्यवस्था
जहां करीब 13,536 पदों की भर्ती के लिए सीईटी की परीक्षा में नकल व गड़बड़ियों को रोकने के लिए सख्त नियम बनाए गए हैं। वहीं प्रदेश के विभिन्न जिलों में 21 व 22 अक्तूबर को हो रही सीईटी की परीक्षा और नवरात्रि के सप्तम व अष्टमी उत्सव को लेकर कुछ खास प्रबंध किए गए हैं। परीक्षा केंद्रों पर तैनात स्टाफ कर्मियों खासकर महिला शिक्षकों, जिन्होंने व्रत रखे हैं, उनके लिए फलाहार की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

साथ ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि जिलों में अभ्यार्थियों के लिए ठहरने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए उपायुक्तों ने अपने-अपने जिलों में धर्मशालाओं को चिह्नित किया है। साथ ही सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं के साथ भी समन्वय स्थापित कर पूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। जिससे अभ्यार्थियों को परेशानी का सामना न करना पड़े।