हरियाणा प्रदेश के नूंह जिले के गांव नई में कई वर्षों से श्मशान भूमि पर दबंग लोगों द्वारा किए गए अवैध कब्जे हटवाने गई प्रशासन की टीम को बिना कोई कार्रवाई किए लौटने का मामला सामने आया है। जिसमें एसडीएम के आदेश पर मंगलवार को अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे। वहां पता चला कि जमीन पर कब्जाधारियों को काेर्ट से सटे मिला हुआ है। बताया जा रहा है कि अवैध कब्जे को हटवाने की लड़ाई लड़ रहे हिंदू परिवारों को इससे फिर से निराश होना पड़ा।
जानकारी अनुसार गांव नई के ही रहने वाले कुछ दबंग लोगों ने श्मशान भूमि पर अवैध कब्जा कर आलीशान मकान बनाया हुआ है। कब्जा करने वालों में हरियाणा पुलिस में एक हेड कॉन्स्टेबल व उसके दो भाई हैं। ग्रामीणों की शिकायत पर पुन्हाना एसडीएम ने कार्रवाई करते हुए जून महीने में पुन्हाना खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी को पत्र लिखकर श्मशान भूमि से कब्जे को खाली कराने के निर्देश दिए थे। जमीन पर हाईकोर्ट के स्टे ऑर्डर से कार्रवाई नहीं हुई।
लोगों ने डीसी को दी थी शिकायत
गांव नई निवासी संतराम, अशोक कुमार, गिरीराज प्रजापति, संतोष कुमार, रामस्वरूप, किशन चंद, पप्पू, जय किशन, विश्राम सहित अन्य लोगों ने डीसी को दी शिकायत में बताया था कि गांव में चकबंदी के समय श्मशान के लिए करीब 10 कनाल 14 मरला भूमि रिजर्व की गई थी। इसमें उनके पूर्वजों द्वारा एक मंदिर का भी निर्माण कराया गया था। जिस पर गांव के ही रहने वाले जाकिर, हसन, जरजीस ने अवैध कब्जा कर पक्के मकान बना लिए।
हरियाणा पुलिस के हेड कांस्टेबल पर कब्जा करने का आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि श्मशान भूमि पर अवैध कब्जा कर आलीशान मकान बनाने वाला जाकिर हरियाणा पुलिस में हेड कॉन्स्टेबल है, जो फरीदाबाद में कार्यरत है। इसके साथ ही हेड कॉन्स्टेबल के दो अन्य भाइयों ने भी कब्जा कर मकान बनाया हुआ है। करीब 15 साल से श्मशान भूमि और मंदिर पर कब्जा किया हुआ है।
जमीन पर हाईकोर्ट से स्टे लग गई है : एसडीएम
मामले को लेकर एसडीएम मनीषा शर्मा ने कहा कि उन्होंने श्मशान भूमि से अवैध कब्जा हटवाने के लिए गांव में ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त कर टीम भेजी थी। टीम ने वहां पहुंचकर कुछ कार्रवाई भी की। इसके कुछ देर बाद ही उन्हें जानकारी मिली कि जमीन पर हाई कोर्ट से स्टे लग गई है। 4 दिसंबर को मामले पर सुनवाई होगी, उसके बाद ही आगामी कार्यवाही की जाएगी।