छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग के दौरान सुबह सुकमा में नक्सलियों ने IED ब्लास्ट किया था। वहीं अब पुलिस और नक्सलियों के बीच फायरिंग की घटना सामने आई है। यह मामला कोंटा थाना क्षेत्र के बंडा इलाके का है, जहां गोलीबारी जारी है। वहीं मिजोरम की सभी 40 सीटों पर वोटिंग हो रही है। छत्तीसगढ़ की 90 सीटों में से 20 पर पहले चरण के तहत मतदान चल रहा है।
जानकारी के अनुसार मतदाताओं को रोकने की कोशिश में नक्सलियों ने दूरमा और सिंगाराम के जंगल से गोलियां दागीं। इलाके में भारी संख्या में सीआरपीएफ और डीआरजी की टीम मौके पर तैनात है। फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। उधर चुनाव आयोग की वोटर टर्नआउट एप के अनुसार दोपहर तक मिजोरम में वोटिंग का रिकॉर्ड टूट गया है। यहां मिजोरम में दोपहर तक 52.73 फीसदी वोटिंग हुई है। मिजोरम विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जारी वोटिंग को लेकर लोगों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। इससे पहले मिजोरम में 11 बजे तक 32.68 फीसदी वोटिंग हो चुकी है। संभावना जताई जा रही है कि इस बार वोटिंग के सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे।
वहीं टर्नआउट एप के अनुसार छत्तीसगढ़ में दोपहर तक 44.55 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है। छत्तीसगढ़ की कोंडागांव विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी और पूर्व मंत्री लता उसेंडी ने सत्तारूढ़ कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने वोट देने के बाद न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में देश की सबसे पुरानी पार्टी पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप लगाए हैं। लता उसेंडी ने आरोप लगाते हुए कहा कि चाहे कोयला हो, शराब हो या महादेव एप कांग्रेस सभी के भ्रष्टाचार में लिप्त है। ऐसे में छत्तीसगढ़ को सिर्फ भाजपा ही आगे ले जा सकती है।
मिजोरम में 40 सीटों पर 174 उम्मीदवार आजमा रहे अपना भाग्य
बता दें कि मिजोरम में आज विधानसभा चुनाव के तहत मतदान हो रहा है। सभी 40 सीटों पर खड़े 174 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं, जिसमें 16 महिलाएं भी शामिल हैं। राज्य में 8.52 लाख से अधिक मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिजोरम के लोगों से रिकॉर्ड संख्या में पहुंचकर वोट देने की अपील की। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि मैं खासतौर पर युवाओं और पहली बार वोट करने वाले लोगों से अपने मत की शक्ति का इस्तेमाल कर लोकतंत्र के इस पर्व को मजबूत करने का आह्वान करता हूं।
पीएम और केंद्रीय गृह मंत्री ने की है युवाओं में मतदान की अपील
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को मिजोरम में लोगों विशेषकर युवाओं से चुनाव में भाग लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वोट एक विकसित और समृद्ध मिजोरम की नींव रखेगा। बता दें कि मिजोरम में त्रिकोणीय मुकाबला है। एक तरफ जहां मिजो नेशनल फ्रंट सत्ता बरकरार रखने के लिए चुनाव लड़ रही है। वहीं दूसरी ओर भाजपा और कांग्रेस सत्ता बदलने के लिए मैदान में है।
आइजोल पूर्व-1 सीट पर सबकी निगाहें टिकी है, क्योंकि इस सीट से निवर्तमान मुख्यमंत्री जोरमथांगा चुनाव लड़ रहे हैं। जोरमथांगा 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में यहां से जीते थे। मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने वोट डालने के बाद कहा कि मुझे विश्वास है कि हम सरकार बनाने में सक्षम होंगे और हम अपने निर्वाचन क्षेत्र आइजोल ईस्ट 1 में भारी जीत हासिल करेंगे। बता दें कि सुबह मशीन में तकनीकी खराबी के कारण वह मतदान नहीं कर सके थे।
छत्तीसगढ़ में विस चुनाव के पहले चरण में 20 सीटों के लिए मतदान जारी
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 20 सीटों के लिए मतदान जारी है। इनमें बस्तर संभाग की सभी 12 सीटें और दुर्ग संभाग की 8 सीटें शामिल हैं। बड़ी तादाद में वोटर्स पोलिंग बूथ पहुंच रहे हैं। इन 20 सीटों में कई दिग्गजों का भविष्य दांव पर है। वहीं सुबह मतदान के बीच सुकमा में आईईडी ब्लास्ट हुआ। धमाके में एक सीआरपीएफ का जवान घायल हो गया। बता दें कि मतगणना 3 दिसंबर को होगी।
अबूझमाड़ के कोहकमेटा में नक्सलियों ने विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किया था, नक्सलियों ने लाल बैनर, पोस्टर और पर्चों के माध्यम से चुनाव बहिष्कार करने की धमकी दी थी। जिसके बाद अबूझमाड़ में रहने वाले आदिवासियों में दहशत का माहौल दिख रहा था, लेकिन आज जिला मुख्यालय से लगभग 42 किमी दूर कोहकमेटा में लोग कतार लगाकर शांतिपूर्ण मतदान कर रहे हैं। जिले में मतदान को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी है। नारायापुर एसपी ने सुरक्षा व्यवस्था को कड़ी किया हुआ है।
10 सीटों पर 3 बजे और अन्य 10 सीटों पर 5 बजे तक होगा मतदान
बता दें कि पहले चरण में तत्कालीन रमन कैबिनेट के पांच मंत्रियों में स्वयं डॉ. रमन सिंह, लता उसेंडी, केदार कश्यप, महेश गागड़ा व विक्रम उसेंडी और वर्तमान भूपेश कैबिनेट के तीन मंत्रियों मोहम्मद अकबर, मोहन मरकाम और कवासी लखमा के अलावा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष व बस्तर सांसद दीपक बैज की प्रतिष्ठा दांव पर होगी।
बस्तर संभाग में हर बार की तरह इस बार भी चुनाव चुनौतियों से भरा होगा। 20 सीटों पर हो रहे मतदान में से 10 पर दोपहर बाद 3 बजे तक वोटिंग होगी। इनमें अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा शामिल है। इनके अलावा 10 सीटों पर शाम 5 बजे तक मतदान होगा। इनमें खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, पंडरिया, कवर्धा बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट शामिल है।
टोडामर्का में नक्सलियों ने किया था आईईडी ब्लास्ट, घायल जवान का चल रहा इलाज
अब तक आमजन के साथ ही मंत्री कवासी लखमा और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह व भाजपा-कांग्रेस के कई प्रत्याशियों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। इससे पहले सुकमा के टोडामर्का में नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट किया था। इसकी चपेट में आकर सीआरपीएफ कोबरा बटालियन का एक जवान घायल हो गया। जवान को कैंप में लाया गया, जहां पर उसका इलाज जारी है। जवान की ड्यूटी मतदान केंद्र की सुरक्षा में लगाई गई थी।
फिलहाल हालात ठीक बताए जा रहे हैं। जिन 20 सीटों पर मतदान हो रहा है। उनमें से 19 सीटें कांग्रेस के कब्जे में हैं। केवल एक राजनांदगांव सीट भाजपा के पास है। वर्ष 2018 के चुनाव में दंतेवाड़ा सीट भाजपा के पास थी, लेकिन नक्सली हमले में विधायक की मौत के बाद हुए उप चुनाव में ये सीट कांग्रेस के खाते में चली गई। ऐसे ही खैरागढ़ सीट जेसीसीजे के पास थी, लेकिन उप चुनाव में इस पर भी कांग्रेस का कब्जा हो गया। कवर्धा और मोहला-मानपुर सीट पर भी अभी कांग्रेस विधायक हैं।
छत्तीसगढ़ के विस चुनाव में 233 प्रत्याशी आजमा रहे भविष्य
बता दें कि छत्तीसगढ़ में 20 सीटों पर चल रहे पहले चरण के चुनाव में 233 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर, मंत्री कवासी लखमा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज शामिल हैं। इनके अलावा 198 पुरुष, 25 महिला प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे। इस बार 40 लाख 78 हजार से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
57 में से 15 प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले दर्ज
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार राजनीतिक दलों ने इस बार भी दागी प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। पांच विधानसभा सीटों पर खड़े 57 प्रत्याशियों में से 15 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। भाजपा, कांग्रेस के साथ ही आप, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़-जे (JCCJ) सहित अन्य छोटे दलों में दागी प्रत्याशी हैं।
पहले चरण के लिए 5 हजार से ज्यादा मतदान केंद्र बनाए गए हैं। महिला वोटरों की मदद के लिए 200 संगवारी और 11 आदर्श मतदान केंद्र बनाए गए हैं। संगवारी बूथों पर मतदान की पूरी जिम्मेदारी महिलाओं पर है। यहां बूथ इंचार्ज, सहायक से लेकर पुलिस फोर्स से लेकर सब कुछ महिलाएं कर रही हैं। पिछली बार जहां जहां मतदान कम हुआ था, उसे बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया गया है।
12 दस्तावेजों के आधार पर मतदाता डाल रहे वोट
मतदान करने के लिए मतदाता अपने वोटर आईडी कार्ड के अलावा 12 दस्तावेजों का इस्तेमाल कर सकते हैं। निर्वाचन आयोग के अनुसार पोलिंग बूथ पर 12 दस्तावेज मान्य होंगे। जिनमें से कोई एक दस्तावेज दिखाकर भी वोट डाला जा सकेगा। 20 में से अधिकतर सीटें नक्सल प्रभावित हैं। इसे देखते हुए निर्वाचन आयोग ने वोटिंग के लिए अलग-अलग समय तय किया है। 10 सीटों पर 8 घंटे यानि सुबह 7 से दोपहर बाद 3 बजे तक और अन्य 10 सीटों पर 9 घंटे यानि सुबह 8 से शाम 5 बजे तक मतदान किया जा सकेगा।