हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने ग्रुप सी के 32000 पदों में से 9 ग्रुपों के 11990 पदों के लिए लिखित परीक्षा लेने की तैयारी कर ली है। आयोग के अध्यक्ष भोपाल सिंह खदरी ने बताया कि आयोग की तरफ से पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट में अपील दायर कर इन ग्रुपों के पेपर करवाने की अनुमति मांगी जाएगी। दरअसल इन ग्रुपों में 4 गुना से कम उम्मीदवार हैं, इसलिए सामाजिक आर्थिक मानदंड के अंक मिलने के बावजूद उन उम्मीदवारों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा, जिन्हें यह अंक नहीं मिलने हैं।
हाई कोर्ट की सिंगल बैच की तरफ से ग्रुप सी के सीईटी स्कोर को रद्द करने सामाजिक आर्थिक मानदंड के अंक देने से पहले वैरिफिकेशन करने के बाद सीईटी स्कोर संशोधित जारी करने के बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का फैसला सुनाया हुआ है एचसी के सिंगल बैच के फैसले के खिलाफ आयोग ने डबल बैंच में अपील दायर की हुई है, जिसमें ग्रुप 56 और 57 के पहले से तय पेपर लेने की अनुमति देने की मांग की गई थी, डबल बेंच ने यह अनुमति दे दी थी, लेकिन अन्य बचे हुए ग्रुपों के पेपर लेने की अनुमति आयोग ने हाईकोर्ट से नहीं मांगी थी।
खंडपीठ के बचे हुए ग्रुपों के पेपर करने की मांगी अनुमति
पिछली सुनवाई पर एडवोकेट जनरल बलदेव राज महाजन ने खंडपीठ से बचे हुए ग्रुपों के पेपर करने की अनुमति देने का आग्रह किया था लेकिन तब तक आयोग की तरफ से छंटनी का काम नहीं किया हुआ था। अब आयोग ने इन ग्रुपों को छांट लिया है, जिनमें सीईटी अधिसूचना के मुताबिक कुल पदों की संख्या का चार गुना उम्मीदवार बुलाने के प्रावधान अनुसार चार गुना से कम उम्मीदवार हैं।
3 ग्रुपों में स्किल टेस्ट की मांगेंगे अनुमति
आयोग के अध्यक्ष भोपाल सिंह खदरी ने बताया कि तीन ग्रुप ऐसे हैं जिनकी लिखित परीक्षा से पहले स्किल टेस्ट जरूरी है, इनमें स्टेनोग्राफर दोनों भाषाओं, स्टेनोग्राफर इंग्लिश और स्टेनोग्राफर हिंदी के पद शामिल हैं, इसलिए आयोग की तरफ से हाई कोर्ट में अपील दायर कर कहा जाएगा कि इन तीनों ग्रुपों के सभी उम्मीदवारों का स्किल टेस्ट लेने की अनुमति दी जाए क्योंकि लिखित परीक्षा के लिए जो चार गुना उम्मीदवार बुलाने की शर्त है उसे स्किल टेस्ट पास उम्मीदवारों में पूरा किया जाए।