करनाल में एक युवक की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। परिजनों ने निजी अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों के हंगामे के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई, लेकिन परिजन अस्पताल के डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे है। वहीं, अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि उन्होंने युवक को एडमिट ही नहीं किया, जबकि परिजनों का तर्क है कि अस्पताल ने उनकी पर्ची काटी है। पुलिस परिजनों को समझाने का प्रयास करती रही, लेकिन परिजन अपनी मांग पर अड़े रहे। बाद में सिविल लाइन थाना के एसएचओ के आश्वासन के बाद परिजन शव को लेकर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे।
जानकारी के अनुसार, वाल्मीकि बस्ती निवासी संजू (25) को सोमवार सुबह अचानक खून की उल्टियां शुरू हो गई थी। जिसके बाद परिजन घबरा गए और उसे आनन फानन में मेडिकल कॉलेज में लेकर गए। लेकिन वहां पर इंजेक्शन लगवाने के बाद सेक्टर 12 निजी अस्पताल लेकर आए। उस वक्त अस्पताल में डॉक्टर मौजूद नहीं थे, लेकिन स्टाफ द्वारा संजू को एडमिट करने की पर्ची भी काटी। सुबह 8 बजे वह अस्पताल में पहुंचे थे लेकिन दोपहर 2 बजे तक डॉक्टर नहीं आया। जिस कारण समय पर इलाज न मिलने के कारण संजू की मौत हुई है।
परिजन बोले- स्टाफ कहता रहा आ रहा है डॉक्टर
मृतक की बहन सुनीता का आरोप है कि अस्पताल में वे संजू को जैसे ही लेकर पहुंचे तो उनकी पर्ची काट दी गई और स्टाफ की तरफ से बताया गया कि कुछ ही देर मे डॉक्टर आ रहे है, लेकिन कोई भी डॉक्टर नहीं आया और संजू ने अस्पताल में पड़े पड़े ही दम तोड़ दिया। किसी तरह का इलाज तक नहीं दिया गया। अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही के कारण ही संजू की जान गई है।
दो बच्चों का पिता था संजू
सुनीता ने बताया कि उसका भाई संजू दिहाड़ी मजदूरी करता था और अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था। संजू के पास दो छोटे छोटे लड़के है। अचानक उसकी मौत से घर में मातम पसरा हुआ है और परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। इस दर्द को ब्यां भी नहीं किया जा सकता।
घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस
परिजनों ने अस्पताल के बाहर हंगामा शुरू कर दिया। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस मौके पर पहुंच गई। एसआई दिलबाग सिंह ने परिजनों को समझाने का भी प्रयास किया। पुलिस ने अस्पताल के डॉक्टरों से बात की। पुलिस के मुताबिक अस्पताल में युवक को एडमिट ही नहीं किया गया था। यह भी बताया गया था कि डॉक्टर लेट आएंगे इसलिए कहीं और लेकर चले जाए और परिजनों को कल्पना चावला मे भेज भी दिया गया था लेकिन ये दोबारा इसी अस्पताल में ले आए।
पोस्टमार्टम के बाद चलेगा मौत के कारणों का पता
वहीं, सूचना के बाद सिविल लाइन थाना के एसएचओ विष्णु मित्र अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और परिजनों को शांत किया। जिसके बाद परिजनों ने उनके आश्वासन के बाद शव को उठाया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।