🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🌹 दिनांक : 16 नवंबर 2023🌷
🌹 दिन – वीरवार🌷
🌹 विक्रम संवत – 2080🌷
🌹 शक संवत – 1945🌷
🌹 अयन – दक्षिणायन🌷
🌹 ऋतु – शरद🌷
🌹 मास – अश्विन🌷
🌹 तिथि – तृतीया🌷
🌹 नक्षत्र – मूल🌷
🌹 अमान्ता महीना – भाद्रपद🌷
🌹 योग – सुकर्माण🌷
🌹 सूर्योदय – सुबह 6:30 पर🌷
🌹 सूर्यास्त – शाम 5:27 पर🌷
🌹 प्रथम करण – गारा🌷
🌹 द्वितीय करण – वणिजा🌷
🌹 दिशाशूल- पश्चिम🌷
🌹 चंद्रराशि – धनु🌷
🌹 सूर्यराशि – तुला🌷
🌹 शुभमुहूर्त – अभिजीत🌷
🎍🍎🌷🍎🍇🍎🌷🍎🎍
🍇पंचांग की जरूरत :
पंचांग का उपयोग मुख्यत्वे, काल गणना, तिथि वार, व्रत, शुभ मुहूर्त, देखने के लिए पंचांग का उपयोग किया जाता है. ज्योतिष गाइड के दैनिक पंचांग में नक्षत्र, योग, करन सहित, शुभ-अशुभ समय, मुहूर्त, चंद्र बल, तारा बल पंचांग में आसानीसे उपलब्ध है। पंचांग का निर्धारण, ब्रम्हांड की गति पर निर्भर है. इसलिए जैसे जैसे पृथ्वी भ्रमण करती है, पंचांग समय क्षेत्र के अनुसार बदलता दिखाई देता है. इसलिए एक ही पंचांग अलग-अलग क्षेत्रों के लिए अलग अलग हो सकता है, इसलिए सही पंचांग का समय निर्धारण के लिए, क्षेत्र को चुनना अति महत्वपूर्ण है।
🎍🍎🌷🍎🍇🍎🌷🍎🎍
🍇नक्षत्र :
आकाश मंडल में एक तारा समूह को नक्षत्र कहा जाता है। इसमें 27 नक्षत्र होते हैं और नौ ग्रहों को इन नक्षत्रों का स्वामित्व प्राप्त है। 27 नक्षत्रों के नाम- अश्विन नक्षत्र, भरणी नक्षत्र, कृत्तिका नक्षत्र, रोहिणी नक्षत्र, मृगशिरा नक्षत्र, आर्द्रा नक्षत्र, पुनर्वसु नक्षत्र, पुष्य नक्षत्र, आश्लेषा नक्षत्र, मघा नक्षत्र, पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र, उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र, हस्त नक्षत्र, चित्रा नक्षत्र, स्वाति नक्षत्र, विशाखा नक्षत्र, अनुराधा नक्षत्र, ज्येष्ठा नक्षत्र, मूल नक्षत्र, पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र, श्रवण नक्षत्र, घनिष्ठा नक्षत्र, शतभिषा नक्षत्र, पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र, उत्तराभाद्रपद नक्षत्र, रेवती नक्षत्र।
🎍🍎🌷🍎🍇🍎🌷🍎🎍
🍇योग :
नक्षत्र की भांति योग भी 27 प्रकार के होते हैं। सूर्य-चंद्र की विशेष दूरियों की स्थितियों को योग कहा जाता है। दूरियों के आधार पर बनने वाले 27 योगों के नाम – विष्कुम्भ, प्रीति, आयुष्मान, सौभाग्य, शोभन, अतिगण्ड, सुकर्मा, धृति, शूल, गण्ड, वृद्धि, ध्रुव, व्याघात, हर्षण, वज्र, सिद्धि, व्यातीपात, वरीयान, परिघ, शिव, सिद्ध, साध्य, शुभ, शुक्ल, ब्रह्म, इन्द्र और वैधृति।
🎍🍎🌷🍎🍇🍎🌷🍎🎍
🍇करण :
एक तिथि में दो करण होते हैं। एक तिथि के पूर्वार्ध में और एक तिथि के उत्तरार्ध में। ऐसे कुल 11 करण होते हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं – बव, बालव, कौलव, तैतिल, गर, वणिज, विष्टि, शकुनि, चतुष्पाद, नाग और किस्तुघ्न। विष्टि करण को भद्रा कहते हैं और भद्रा में शुभ कार्य वर्जित माने गए हैं।
🎍🍎🌷🍎🍇🍎🌷🍎🎍
🍇पंचांग क्या है :
पंचांग दैनिक ज्योतिषीय कैलेंडर है जो ग्रहों और सूक्ष्म स्थितियों के आधार पर चंद्र दिवस के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करता है। इसमें पाँच विशेषताएँ शामिल हैं- तिथि (द लूनर डे), वार (सप्ताह का दिन), नक्षत्र (चन्द्र मेंशन), योग (चन्द्र-सौर दिवस) और करण (आधा चन्द्र दिवस)। इन पांच विशेषताओं के आधार पर, ज्योतिषी किसी भी नए कार्य या हिंदू धार्मिक अनुष्ठान को शुरू करने के लिए मुहूर्त या शुभ समय का निर्धारण करते हैं और इसके साथ-साथ अशुभ समय को भी देखते हैं जिससे हर किसी को बचना चाहिए।
🎍🍎🌷🍎🍇🍎🌷🍎🎍
🍇दैनिक पंचांग और उसका महत्व
प्राचीन ऋषियों और वेदों के अनुसार, जब कोई व्यक्ति पर्यावरण के साथ सामंजस्य स्थापित करता है, तो वह सकारात्मक तरीके से प्रतिक्रिया देता है और व्यक्ति को उसके कार्य को सफलतापूर्वक पूरा करने में मदद करता है। हिन्दू दैनिक पंचांग इस सौहार्द को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसके उपयोग से व्यक्ति को तिथि, योग और शुभ-अशुभ समयों में ज्योतिषीय अंतर्दृष्टि प्राप्त होती है। जिससे हम सूक्ष्म संचार के आधार पर उपयुक्त समय के बारे में जान सकते हैं और अपने समय और कार्य का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं।
ज्योतिषी लोगों को सुझाव देते हैं कि वे अपने दैनिक पंचांग को रोजाना देखें और किसी भी नए काम को शुरू करने के लिए इसका पालन करें जैसे कि वैवाहिक समारोह, सामाजिक मामलों, महत्वपूर्ण कार्यक्रमों, उद्घाटन, नए व्यापार उपक्रम आदि जैसे शुभ कार्यक्रम इसके अनुसार करें।
🎍🍎🌷🍎🍇🍎🌷🍎🎍
🍇राशिफल :
🎍मेष राशि : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)

पठन-पाठन में रुचि रहेगी। शैक्षिक एवं शोधादि कार्यों में सफलता मिलेगी, परन्तु भागदौड़ भी अधिक रहेगी। शासन-सत्ता का सहयोग मिलेगा। सेहत का ध्यान रखें। मानसिक शान्ति के लिए प्रयास करें। खर्चों की अधिकता रहेगी। परिवार का साथ मिलेगा। नौकरी में स्थान परिवर्तन की सम्भावना बन रही है। माता को स्वास्थ्य विकार हो सकते हैं। रहन-सहन कष्टमय रहेगा। कार्यक्षेत्र में परिश्रम की अधिकता रहेगी।

🎍वृष राशि : (ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

मानसिक शान्ति रहेगी। कारोबार में सुधार होगा, परन्तु भागदौड़ भी अधिक रहेगी। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। परिवार का साथ मिलेगा। खर्च अधिक रहेंगे। वाणी में मधुरता रहेगी। आलस्य अधिक हो सकता है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। घर में धार्मिक कार्य होंगे। निराशा एवं असन्तोष के भाव रहेंगे। क्रोध एवं आवेश की अधिकता भी हो सकती है। किसी धार्मिक स्थान की यात्रा पर जा सकते हैं। सम्मान की प्राप्ति होगी।

मिथुन राशि : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)

मानसिक शान्ति रहेगी, परन्तु संयत रहें। क्रोध से बचें। शैक्षिक कार्यों पर ध्यान दें। व्यवधान आ सकते है। विदेश यात्रा पर भी जा सकते हैं। नौकरी में परिवर्तन के योग बन रहे हैं। तरक्की के अवसर मिलेंगे। परिवार की समस्याएं परेशान कर सकती हैं। कार्यक्षेत्र में कठिनाइयां आ सकती हैं। अफसरों का सहयोग मिलेगा। लंबे समय से रुके हुए काम बनेंगे। सुस्वादु खानपान में रुचि बढ़ेगी। भाइयों का सहयोग मिलेगा।

🎍कर्क राशि : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डु, डे, डो)

आत्मविश्वास में कमी आएगी। धर्म के प्रति श्रद्धाभाव बढ़ेगा। सन्तान के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। चिकित्सीय खर्च बढ़ सकता है। परिवार का साथ मिलेगा। मन प्रसन्न रहेगा। नौकरी में तरक्की के योग बन रहे हैं। किसी दूसरे स्थान पर जाना पड़ सकता है। कार्यक्षेत्र में सुख-शान्ति रहेगी। सन्तान को स्वास्थ्य विकार हो सकते हैं। नौकरी में कार्यक्षेत्र में परिवर्तन के योग बन रहे हैं। माता का सानिध्य मिलेगा। लाभ के नए अवसर मिलेंगे।

🎍सिंह राशि : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

संयत रहें। क्रोध एवं आवेश के अतिरेक से बचें। नौकरी में कार्यक्षेत्र में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। परिश्रम अधिक रहेगा। परिवार का साथ रहेगा। मन अशान्त हो सकता है। शैक्षिक कार्यों के प्रति सचेत रहें। आय में वृद्धि होगी। किसी धार्मिक स्थान की यात्रा पर जा सकते हैं। पैतृक सम्पत्ति को लेकर विवाद की स्थिति बन सकती है। व्यर्थ की भागदौड़ रहेगी। रहन-सहन कष्टमय रहेगा। धैर्यशीलता में कमी रहेगी।

🎍कन्या राशि : (ढो, प, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

परिवार के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। रहन-सहन अव्यवस्थित रहेगा। लेखनादि-बौद्धिक कार्यों में व्यस्तता रहेगी। आय में वृद्धि हो सकती है। मन में शान्ति एवं प्रसन्नता रहेगी। परिवार के साथ यात्रा पर जाना हो सकता है। यात्रा सुखदायक रहेगी। खर्च अधिक रहेंगे। स्वभाव में चिड़चिड़ापन रहेगा। जीवनसाथी से आपसी मतभेद हो सकते हैं। पिता का सहयोग मिलेगा। स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें। माता से धन की प्राप्ति होगी।

🎍तुला राशि : (र, री, रू, रे, रो, ता, ति, तू, ते)

आत्मविश्वास भरपूर रहेगा। वाणी में मधुरता रहेगी। नौकरी में कार्यक्षेत्र में बदलाव हो सकता है। परिश्रम अधिक रहेगा। रहन-सहन अव्यवस्थित रहेगा। कारोबार की स्थिति में सुधार होगा। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। किसी मित्र के सहयोग से रोजगार के अवसर मिल सकते हैं। बातचीत में संयत रहें। संचित धन में कमी आ सकती है। किसी राजनेता से भेंट हो सकती है। लंबी यात्रा पर जाने के योग बन रहे हैं।

🎍वृश्चिक राशि : (तो, न, नी, नू, ने, नो, या, यि, यू)

मन प्रसन्न तो रहेगा, परन्तु आत्मविश्वास में कमी रहेगी। बातचीत में संयत रहें। नौकरी में अफसरों का सहयोग मिलेगा, परन्तु कार्यक्षेत्र में वृद्धि हो सकती है। धैर्यशीलता बनाए रखने के प्रयास करें। नौकरी में कोई अतिरिक्त जिम्मेदारी मिल सकती है। परिश्रम की अधिकता रहेगी। वाणी में सौम्यता आएगी। नौकरी में परिवर्तन की सम्भावना बन रही है। सेहत का ध्यान रखें। आय में कठिनाइयां आ सकती हैं।

🎍धनु राशि : (य, यो, भा, भि, भू, ध, फा, ढ, भे)

किसी पैतृक सम्पत्ति की प्राप्ति हो सकती है। नौकरी में विदेश यात्रा के अवसर मिल सकते हैं। बातचीत में सन्तुलित रहें। किसी पुराने मित्र से पुनःसम्पर्क हो सकते हैं। दाम्पत्य सुख में वृद्धि हो सकती है। आशा-निराशा के मिश्रित भाव मन में रहेंगे। कार्यक्षेत्र का विस्तार हो सकता है। आय में वृद्धि भी हो सकती है। पारिवारिक समस्याएं बढ़ सकती हैं। भाई-बहनों का साथ मिलेगा। कारोबार में कठिनाइयां आ सकती हैं। सचेत रहें।

🎍मकर राशि : (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)

धैर्यशीलता बनाये रखने के प्रयास करें। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। कुटुम्ब-परिवार में धार्मिक कार्य हो सकते हैं। धन आगमन के नए स्रोत बनेंगे। मानसिक शान्ति के लिए किसी धार्मिक स्थान की यात्रा पर जा सकते हैं। कारोबार की स्थिति में सुधार होगा। सेहत का ध्यान रखें। कुछ पुराने मित्रों से भेंट हो सकती है। किसी मित्र के सहयोग से नौकरी के अवसर मिल सकते हैं। सुस्वादु खानपान में रुचि रहेगी।

🎍कुम्भ राशि : (गू, गे, गो, स, सी, सू, से, सो, द)

आत्मविश्वास में कमी रहेगी। आत्मसंयत रहें। क्रोध से बचें। नौकरी में कार्यक्षेत्र में परिवर्तन की सम्भावना बन रही है। परिश्रम अधिक रहेगा। पिता का सानिध्य मिलेगा। मन प्रसन्न रहेगा। बातचीत में सन्तुलित रहें। शैक्षिक कार्यों के लिए विदेश प्रवास हो सकता है। क्रोध के अतिरेक से बचें। परिवार में आपसी मतभेद बढ़ सकते हैं। रहन-सहन में असहज रहेंगे। मित्रों का सहयोग मिलेगा। सन्तान को स्वास्थ्य विकार हो सकते हैं।

🎍मीन राशि : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, च, ची)

नौकरी में अफसरों से सद्भाव बनाकर रखें। कोई अतिरिक्त जिम्मेदारी मिल सकती है। परिश्रम अधिक हो सकता है। वाणी का प्रभाव बढ़ेगा। अपनी भावनाओं को वश में रखें। शैक्षिक एवं शोधादि कार्यों के सुखद परिणाम मिलेंगे। सेहत का ध्यान रखें। कार्यों के प्रति जोश एवं उत्साह से रहेगा। स्वभाव में चिड़चिड़ापन भी हो सकता है। कुटुम्ब-परिवार में धार्मिक संगीत के कार्यक्रम हो सकते हैं। धैर्यशीलता बनाये रखने के प्रयास करें।

🎍(पं. दाऊजी महाराज, वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य एवं श्री अवध धाम मंदिर संस्थापक पानीपत) 🎍
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏