पानीपत में नगर निगम के वार्ड 18 के पार्षद बलराम मकौल ने धरना प्रदर्शन शुरू करने के बाद कोई हल न निकल पाने पर शनिवार को शहरी विधायक प्रमोद विज के आवास पर पहुंचकर उनसे मुलाकात की। उन्होंने भाजपा के शहरी विधायक प्रमोद विज के खिलाफ आरोप लगाए हैं। पार्षद का कहना है कि उनके वार्ड में अनदेखी, भेदभाव और विकास कार्यों के वर्कऑर्डर जारी न करने के आरोप लगाया है।
बता दें कि पार्षद बलराम मकौल ने 14 नवंबर से नगर निगम कार्यालय के बाहर धरना देना शुरू किया था और एक सप्ताह के बाद उन्होंने विधायक के आवास के बाहर भी धरना देने का फैसला किया। जिसका मुख्य कारण है उनके वार्ड में कई कामों के लिए विधायक द्वारा वर्कआर्डर जारी नहीं किए गए। उनका आरोप है कि इससे उनके वार्ड के लोगों के साथ भेदभाव हो रहा है।
पार्षद ने बताया कि उनके वार्ड में 13 कॉलोनियां हैं, जिनमें करीब 40 हजार लोग रहते हैं। इन कॉलोनियों में 22 टेंडर्स को जून 2023 में खुल चुके हैं, लेकिन निगम आयुक्त और अन्य अधिकारीगण ने इनके लिए वर्कऑर्डर नहीं जारी किए हैं। इस मुद्दे पर पार्षद ने सरकार के जनसंवाद कार्यक्रम में शिकायत करते हुए कहा कि उनकी आवाज को सुना जाए, ताकि सामाजिक न्याय स्थापित हो सके। वहीं पार्षद बलराम ने आरोप लगाते हुए कहा कि नगर-निगम आयुक्त राहुल नरवाल, एक्सईएन प्रदीप कल्याण एवं जेई अजय छौक्कर ने मुझे बताया कि आपके वार्ड के कार्य विधायक ने रूकवाए हुए है, उनसे फोन करके पूछ सकते है।
पूर्व विधायक के समय के थे टैंडर
शहरी विधायक प्रमोद विज ने पार्षद बलराम की बातों का जवाब देते हुए कहा कि कोरोना कॉल के दौरान पूर्व आयुक्त ओमप्रकार के कार्यकाल के दौरान वार्ड 18 में 1 करोड़ 85 लाख रूपये के काम किए गए, जिनका रिकार्ड है। जबकि सभी का ध्यान स्वास्थ्य की ओर था, परंतु फिर भी इन कार्यों को किया गया। पार्षद ने कहा कि ये टैंडर पूर्व विधायिका रोहिता रेवड़ी के कार्यकाल में लगाए गए थे, जिन पर कार्य किया गया। प्रमोद विज शहरी विधायक 2019 में बने। विधायक ने कहा कि एक्सईएन नवीन सहरावत के कार्यकाल में 4 करोड़ 28 लाख 65 हजार रूपये के काम किए गए।