हरियाणा के अंबाला जिले में दो पक्षों के बीच हुए खूनी संघर्ष में नंबरदार की मां की मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार 27 नवंबर को बिचपड़ी गांव में दोनों पक्षों के बीच जमीन को लेकर विवाद हुआ था। इस जानलेवा हमले में महिला समेत 3 लोगों को गंभीर चोटें आई थी। महिला नारायणगढ़ अस्पताल में भर्ती थी। जिसकी इलाज के दौरान 10वें दिन मौत हो गई। मृतक महिला की पहचान बिचपड़ी निवासी परमजीत कौर के रुप में हुई है।
बिचपड़ी गांव के नबंरदार रणबीर सिंह ने पुलिस को शिकायत में बताया कि उसका घर थोड़ी सी जगह में बना हुआ है और कुछ जगह खाली पड़ी हुई है। खाली जगह को ढाई साल पहले गांव के कर्मचंद को बेच दी थी। कर्मचंद वहां पशु बांधने लगे था। लेकिन उसके चचेरे भाई गुरविंदर और कुलदीप इस जमीन को अपना कह रहे थे। इस पर जब रणबीर ने उन दोनों भाईयों को समझाने की कोशिश की तो उन्होंने 27 नंवबर को घर में घुसकर उन सब पर जानलेवा हमला कर दिया। रणबीर पर गुरविंदर ने कुल्हाड़ी से तो कुलदीप ने उस पर लाठी से कई बार वार किया।
मां-पिता पर किया आरोपियों ने कुल्हाड़ी से वार
रणबीर सिंह ने बताया कि आरोपी गुरविंद सिंह ने सीधी कुल्हाडी से उसके सिर में वार किया। उसकी चीक पुकार सुनकर जब उसकी मां और पिता मौके पर आए तो दोनों भाईयों ने उनपर भी कुल्हाडी से वार कर दिया। आरोपियों ने उसकी मां के सिर में कुल्हाडी मारी जिसके बाद वो मौके पर ही बेहोश हो गई। जिसके बाद उसे इलाज के लिए नारायणगढ़ के अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
दोनों आरोंपियों के खिलाफ केस दर्ज
पुलिस ने पीड़ित रणबीर की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ धारा-307, 323, 324, 452, 506 और 34 के तहत केस दर्ज कर लिया था। पुलिस ने 29 नवंबर को ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भी भेज दिया था, लकिन बीती रात रणबीर की मां की तबीयत ज्यादा बिगड़ने के बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। हमलावरों ने पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी। पुलिस घटना की सूचना मिलते ही अस्पताल पहुंची और शव को अपने कब्जे में ले लिया। जहां से शव का पोस्टमार्टम करवा उसे परिजनों को सोंप दिया गया है।