Parliament Intrusion Case Update

Parliament Intrusion Case : संसद घुसपैठ मामले में आरोपियों के मोबाइल Rajasthan से बरामद, पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे, आत्मदाह की बनाई थी योजना

देश पंचकुला बड़ी ख़बर राजनीति हरियाणा

Parliament Intrusion Case Update : हाई सिक्योरिटी के बीच संसद में चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान सुरक्षा चूक मामले आए दिन नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं। मामले में जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने सभी आरोपियों के मोबाइल बरामद किए है। हालांकि यह मोबाइल जले हुए बताए जा रहे हैं। आरोपियों के मोबाइल टुकड़ों को जांच टीम ने राजस्थान से बरामद किया है। जहां आरोपियों के मोबाइलों को जलाया गया, उस जगह के नाम से अभी पर्दा नहीं उठाया गया है। बताया जा रहा है कि यह मोबाइल के टुकड़े संसद में घुसपैठ की घटना में शामिल आरोपियों के हैं।

दिल्ली पुलिस ने संसद सुरक्षा चूक मामले में जानकारी देते हुए बताया कि संसद घुसपैठ मामले में शामिल आरोपियों के मोबाइल टुकड़कों को राजस्थान से बरामद किया गया है। मामले में मुख्य आरोपी ललित झा 13 दिसंबर को आरोपियों के मोबाइलों को लेकर राजस्थान के नागौर भाग गया था। इसके बाद मुख्य आरोपी ललित ने 14 दिसंबर को पुलिस के सामने सरेंडर किया। पूछताछ के दौरान ललित झा ने मोबाइलों को जलाने की बात कबूल की थी। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए आरोपियों को मोबाइलों के टुकड़ों को बरामद किया है, जो जली हुई हालत में बताए जा रहे हैं।

मोबाइल 3

गौरतलब है कि वर्ष 2001 को संसद आतंकवादी हमले की 22वीं बरसी पर 13 दिसंबर को संसद में फिर घुसपैठ और स्मोक कांड सामने आया। आरोपी सागर शर्मा और मनोरंजन डी शून्यकाल के दौरान दर्शक पंक्ति से सदन के अंदर कूद पड़े। जब आरोपी स्पीकर की ओर दौड़ रहे थे तो सांसदों ने उन्हें पकड़ लिया। इस दौरान आरोपियों ने स्मोक बम का इस्तेमाल किया। जिससे सदन में धुआं फैल गया था। इस दौरान आरोपियों ने बेरोजगारी को लेकर सरकार विरोधी नारे भी लगाए थे।

मोबाइल 1

इसके बाद आरोपियों को पकड़कर सिक्योरिटी के हवाले कर दिया गया। दो आरोपियों को संसद और दो को बाहर प्रदर्शन करते हुए गिरफ्तार किया गया था। इनमें आरोपी सागर शर्मा, मनोरंजन, नीलम और अनमोल शामिल थे। यह सभी अलग-अलग राज्यों से संबंध रखते हैं। वहीं दिल्ली पुलिस की मानें तो अब तक मामले के मास्टरमाइंड ललित झा सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

मोबाइल

बता दें कि संसद घुसपैठ मामले में 16 दिसंबर को एक और आरोपी महेश कुमावत को गिरफ्तार किया गया। जिसे पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 7 दिन की पुलिस हिरासत में सौंपा गया है। साथ ही मामले में विक्की शर्मा और उसकी पत्नी राखी को भी पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी, लेकिन पुलिस ने बाद में दोनों को छोड़ दिया था। बता दें कि आरोपी गुरुग्राम में विक्की शर्मा के घर ही रूके थे।

आरोपी संसद

मोबाइल टुकड़ों के अलावा अन्य सामान भी बरामद

दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने आरोपियों के मोबाइलों के टुकड़ों के अलावा कुछ अन्य सामान भी बरामद किया है। बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस ने घटना के बाद संसद के अंदर से आरोपी सागर और मनोरंजन के पर्स और अन्य सामान भी बरामद किया है। जिनमें दोनों के जूते, पीले रंग के दो स्मोक कलर कैनिस्टर, आधार कार्ड, संसद में पहुंचने का पास, हल्की खाकी रंग की जुराबें, वारदात में प्रयुक्त कपड़ा और जयहिंद और मणिपुर मामले से जुड़े दो पंपलेट बरामद किए गए हैं।

आरोपी 1

पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा, आत्मदाह की भी बनाई थी योजना

दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम द्वारा संसद घुसपैठ मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ की गई तो कई चौंकाने वाले खुलासे भी सामने आए। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस को बताया कि लोकसभा सदन में कूदने से पहले उन्होंने आत्मदाह करने और फिर पर्चे बांटने की योजना भी बनाई थी। दिल्ली पुलिस की मानें तो आरोपियों ने पहले आत्मदाह कर अपना संदेश सब तक पहुंचाने की योजना बनाई थी। फिर इसके बाद उन्होंने अपनी सोच को बदल लिया।

सांसद प्रताप सिम्हा

पुलिस भाजपा सांसद के भी दर्ज कर सकती है बयान

पुलिस अधिकारियों की मानें तो दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलिजेंस टीम संसद घुसपैठ मामले में मैसूर से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा से भी पूछताछ कर सकती है। भाजपा सांसद से पूछताछ के बाद उनके बयान भी दर्ज किए जा सकते हैं। फिलहाल पुलिस की स्पेशल टीम मामले की तह तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। संसद घुसपैठ से जुड़े सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इन आरोपियों को 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। जिनसे पूछताछ जारी है।

लोकसभा स्पीकर

संसद घुसपैठ मामले में सियासी गतिरोध जारी, कमेटियां 15-20 दिन में सौंपेंगी रिपोर्ट

वहीं संसद घुसपैठ मामले में सियासी गतिरोध भी रूकने का नाम नहीं ले रहा है। सत्र की कार्यवाही सुचारू रूप से चले, इसके लिए स्पीकर ओम बिरला ने सभी सांसदों को पत्र लिखा है। पत्र के माध्यम से स्पीकर का कहना है कि हाल में सांसदों के सदन से निलंबन और 13 दिसंबर को संसद सुरक्षा चूक की घटना में कोई संबंध नहीं है। कुछ सांसद और पार्टियां इस मामले को एक साथ जोड़कर देख रहे हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है।

उनका कहना है कि संसद की सुरक्षा में सेंध के विषय पर सघन जांच चल रही है। जिसके लिए दो कमेटियों का गठन भी किया गया है। जिसकी सीनियर डीजीपी अगुवाई कर रहे हैं और इनमें अलग-अलग एजेंसियों से जुड़े लोगों को शामिल किया गया है। यह कमेटियां 15-20 दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट स्पीकर को सौंपेंगी। उसके बाद एक्शन लिया जाएगा। शुरुआती तौर पर 8 सुरक्षा कर्मियों को सस्पेंड किया गया है।

स्मृति ईरानी

सदन की गरिमा बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी : स्मृति ईरानी

इस संबंध में भाजपा सांसद एवं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का कहना है कि जिन सांसदों को निलंबित किया गया है, उन्होंने इस मामले को राजनीतिक मुद्दा बनाने की कोशिश की। सांसद होने के नाते हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम सदन की गरिमा को बनाए रखें। उनका कहना है कि लोकसभा स्पीकर ने बिना किसी पक्षपात के राष्ट्र के हर मुद्दे पर सभी पक्ष के नेताओं को अपना पक्ष रखने का मौका दिया। लोकसभा के स्पीकर किसी पक्ष के नहीं, बल्कि राष्ट्र के हैं।