मोहाली के ग्रेटर मोहाली एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी गमाड़ा के पूर्व चीफ इंजीनियर सुरेंद्र पाल सिंह, जिन्हें पहलवान कहा जाता है और उनकी पत्नी मनदीप कौर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) की शिकायत पर मोहाली की विशेष अदालत ने मुकदमा दर्ज करने का आदेश सुनाया है। इस मुकदमे में पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने पहलवान और उनके साथीयों के खिलाफ धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।
सुरेंद्र पाल सिंह ने पंजाब में अकाली दल की सरकार के दौरान गमाड़ा के चीफ इंजीनियर और पंजाब मंडी बोर्ड में रहते हुए भ्रष्टाचार किया था, जिसका बाद में कांग्रेस सरकार के दौरान यह खुलासा हुआ था। उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग कर करोड़ों रुपए बनाए। एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने इस मामले में जांच करते हुए पहलवान और उनके साथियों के खिलाफ कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
जांच के अनुसार पहलवान ने अपने पद पर रहते कई कंपनियों से काम के बदले करोड़ों रुपए लिए। उन्होंने ये करोड़ों रुपए कमाकर तीन कंपनियां बनाई और उनमें पैसा निवेश किया। जांच के तहत ईडी ने पहलवान उनके रिश्तेदारों और करीबियों की 63 संपत्तियों को जब्त किया है। सारी ये संपत्तियां गलत कमाई से प्राप्त की गई थीं। ईडी ने पहलवान की विभिन्न बैंकों में 5.93 करोड़ रुपए की एफडीआर भी जब्त की है।
जांच में पहलवान को उनकी आय के सोर्स के बारे में पूछा गया, लेकिन उन्होंने किसी भी संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इसके परिणामस्वरूप ईडी ने कड़ी कार्रवाई की और मामले को अधिकारियों के पास ट्रांसफर कर दिया। इस मुकदमे में पहलवान और उनके साथियों के खिलाफ लगाए गए आरोपों के तहत विशेष अदालत ने मामला दर्ज करने का आदेश दिया है। यह मुकदमा अब अदालती प्रक्रिया के तहत आगे बढ़ेगा। जानकारी के अनुसार यह मामला बड़ी संपत्ति और भ्रष्टाचार संबंधित है और अधिकारी मामले में गंभीरता से जांच कर रहे हैं।