हरियाणा के जिला पानीपत के एक थाने के एसएचओ, सहायक सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड और ईएसआई को लाइनहाजिर करने का मामला सामने आया है। उक्त पुलिस कर्मियों ने हत्या के मामले में कुदरती मौत बताकर मामले को रफा-दफा कर दिया गया। जब मामला पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत के पास पहुंचा तो उन्होंने अलग से जांच करवाकर मामले से पर्दा उठाया। इसके बाद चांदनी बाग थाना के एसएचओ इंस्पेक्टर कर्मबीर, सहायक सब इंस्पेक्टर सतीश को निलंबित करने, जबकि ईएसआई बलविंद्र को लाइनहाजिर करने के निर्देश दिए हैं। मामले में अब कई संदिग्ध आरोपियों को पकड़कर उनसे पूछताछ की जा रही है। वहीं थाने का चार्ज सब इंस्पेक्टर कृष्ण को सौंपा गया है।
पानीपत के बबैल नाका क्षेत्र निवासी राजू का कहना है कि वह 18 दिसंबर 2023 की रात करीब 7 बजे अपने दोस्त आरिफ के साथ खाना खाने के लिए प्रेमी ढाबे में गया था। इस दौरान ढाबे पर दोस्त आरिफ की वेटर का काम करने वाले एक चौटाला नाम के युवक से कहासुनी हो गई। कहासुनी इतनी ज्यादा बढ़ गई कि चौटाला ने आरिफ के साथ मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद उसने फोन कर अपने 4 दोस्तों को वहां बुला लिया। उन्होंने वहां पहुंचते ही राजू और आरिफ पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इस दौरान राजू वहां से भाग निकला। इसके बाद वह आरिफ को पीटते रहे। काफी देर बाद किसी ने सूचना दी कि आरिफ की मौत हो गई है। सूचना मिलने के बाद परिजन मौके पर पहुंचे।
मृतक आरिफ के भाई नफीस ने बताया कि वह मामले की शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंचे तो पुलिस ने परिजनों को यह लिखकर देने की बात कहीं कि आरिफ पिछले 8 दिन से बीमार था। जिससे उसकी मौत हो गई, जबकि आरिफ के साथ मारपीट का चश्मदीद गवाह राजू था। यहां पुलिस ने आरोपी चौटाला को हिरासत में ले लिया है, लेकिन पुलिस ने परिजनों पर आरिफ की हत्या की बजाय प्राकृतिक मौत होने का दबाव बनाया। इसके बाद परिजनों ने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक अजीत शेखावत को दी। जिसके बाद मामले की जांच सीआईए-1 को सौंपी गई। सीआईए की जांच में खुलासा हुआ है कि 8 दिन पहले हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया था।