हिंदु धर्म में अमावस्या तिथि को महत्वपूर्ण माना गया है। इस बार माघ माह में अमावस्या तिथि 9 फरवरी दिन शुक्रवार को है। माघ माह में आने वाली अमावस्या को मौनी अमावस्या और माघ अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस खास अवसर पर मौन रहना शुभ होता है। इसके अलावा मौनी अमावस्या के दिन पवित्र नदी में स्नान करना फलदायी होता है। शास्त्रो के अनुसार इस खास तिथि पर गंगा स्नान, दान-पुण्य और पूजा-अर्चना करना बेहद कल्याणकारी माना जाता है। अमावस्या के दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान है।
माघ महीने की अमावस्या को ही मौनी अमावस्या कहते है। पुराणों में इस तिथि पर मौन व्रत करने का भी विधान बताया गया है। इस दिन को अक्षय पुण्य देने वाला माना गया है। ग्रंथों के मुताबिक इस दिन प्रयागराज या किसी तीर्थ में किए गए स्नान और दान से मिलने वाला पुण्य कभी खत्म नहीं होता है। इस दिन मौन रहना चाहिए। मुनि शब्द से ही मौनी की उत्पत्ति हुई है, इसलिए मौन रहकर इस व्रत को करने से मुनि पद मिलता है। इस दिन मौन रहकर प्रयाग संगम या किसी भी पवित्र नदी में नहाना चाहिए। इस तिथि के लिए ये भी माना जाता है कि इस दिन ब्रह्माजी ने स्वयंभुव मनु को उत्पन्न कर सृष्टि बनाने का काम शुरू किया था इसलिए भी इसे मौनी अमावस्या कहते हैं। ज्योतिष में ग्रहों के अस्त होने और उदय होने को महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यता है कि इसका असर मेष से लेकर मीन तक 12 राशियों के जीवन पर भी पड़ता है। हालांकि कुछ राशियों पर बुध की चाल बदलने से सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

1. मेष राशि
आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। विद्यार्थियों के लिए शुभ समय रेहगा। भूमि और वाहन का सुख प्राप्त होगा। आय के नए स्त्रोंतों से धन लाभ होगा। दोस्तों की मदद से करियर में आ रही परेशानियों दूर होगीं।
2. वृषभ राशि

व्यापार में लाभ होगा। करियर में अपार सफलता मिलेगी। नौकरी में स्थान परिवर्तन के योग बनेंगे। धन का आवक बढ़ेगा लंबे समय से चली आ रही बीमारियों से छुटकारा मिलेगा। कर्ज से मुक्ति मिलेगी।
3. कर्क राशि
आय के नए स्त्रोतों से पैसा आएगा। नौकरी-कोरबार में तरक्की के योग बनेंगे। संतान पक्ष से शुभ समाचार मिलेंगे। विद्यार्थियों का पढ़ाई में मन लगेगा। पारिवारिक जीवन में खुशहाली का माहौल होगा।

4. कन्या राशि
मन प्रसन्न रहेगा। कारोबार में बढ़ोत्तरी के अवसर मिलेंगे। आय के नए साधन बनेंगे। भौतिक सुख-संपदा में वृद्धि होगी। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। वैवाहिक जीवन में मधुरता आएगी। आनंददायक जीवन गुजारेंगे।
मौनी अमावस्या का शुभ मुहूर्त
पंचाग के अनुसार मौनी अमावस्या की तिथि की शुरुआथ 9 फरवरी को सुबह 8 बजकर 2 मिनट से होगी और इसके अगले दिन यानी 10 जनवरी को सूबह 4 बजकर 28 मिनट पर तिथि का समापन होगी। ऐसे में 9 फरवरी को मौनी अमावस्या मनाई जाएगी।

मौनी अमावस्या पूजा विधि
मौनी अमावस्या के दिन सुबह उठे और दन की शुरुआत भगवान विष्णु के ध्यान से करें। इस दिन पवित्र नदी में स्नान करें और दान करें। अगर नदी में स्नान करना संभव नही है तो घर मे नहाने के पानी में थोड़ी सा गगांजल डालकर स्नान करें। मान्यता के अनुसार इस दिन पवित्र नदीं या गगांजल और पानी से स्नान करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसके बाद सूर्यदेव को जल अर्पित करें और अपनी श्रद्धा अनुसार विशेष चीजों का दान करें।
इस दिन क्यों रखा जाता है मौन व्रत

मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदियों में स्नान-दान और पितरों को तर्पण करने से भी अधिक महत्व मौन धारण कर पूजा-उपासना करने का है जिसका कई गुना पुण्य फल मिलता है। खासतौर से मौन साधना जहां मन को नियंत्रित करने के लिए होती है, वहीं इसे करने से वाक् शक्ति भी बढ़ती है। पंडितों का कहना है कि जिन लोगों के लिए पूरा दिन मौन धारण करना मुश्किल है वे सवा घंटे का भी मौन व्रत रख लें। तो उनके विकार नष्ट होंगे और एक नई ऊर्जा मिलेगी। इसलिए कुछ समय मौन अवश्य रखना चाहिए। मौन रहने से हमारे मन व वाणी में ऊर्जा का संचय होता है। इस दिन अपशब्द नहीं बोलें। मौन रहकर ईश्वर का मानसिक जाप करने से कई गुना ज्यादा फल मिलता है।