कैथल में शनिवार को डोगरा गेट स्थित नीम साहिब गुरुद्वारा में झींडा गुट के सदस्यों की लोकसभा चुनाव को लेकर बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के पूर्व सदस्य जगदीश सिंह झींडा ने की। बैठक के दौरान 11 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है, जिसकी अगुवाई झींडा करेंगे।
बता दें कि कमेटी का उद्देश्य जल्द ही चुनाव लड़ने या किसी राजनीतिक पार्टी को समर्थन देने का निर्णय लेना है। झींडा ने बैठक में कहा कि इस कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर चुनाव को लेकर फैसला किया जाएगा और इसी फैसले के आधार पर आगामी रणनीति तय की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कई ऐसी लोकसभा सीटें हैं, जहां सिख मतदाताओं का बड़ा प्रभाव है और इस प्रभाव को ध्यान में रखते हुए कमेटी फैसला लेगी। उन्होंने कहा कि पूरे सिख समाज से चर्चा के बाद ही चुनाव पर निर्णय लिया जाएगा। बैठक में उपस्थित पदाधिकारीगण ने भी इस मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त किए। किसान संगठन के नेताओं के संबंध में झींडा ने कहा कि किसान संगठन के नेताओं को चुनाव नहीं लड़ना चाहिए।
उनका मानना था कि यदि किसान नेता चुनाव लड़ते हैं, तो वह संगठन के हितों को नजरअंदाज करके अपने हितों की भावना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसान संगठन केवल किसानों के हितों के लिए बनी है और उसे उनके हितों के अनुसार ही काम करना चाहिए। इसलिए झींडा ने कहा कि चुनाव लड़ने या किसी राजनीतिक पार्टी को समर्थन देने पर फैसला जल्दी ही लिया जाएगा।
संगठन नेताओं को नहीं लड़ना चाहिए चुनाव
किसान संगठन के नेताओं के बारे में झींडा के विचार के साथ ही बैठक में अन्य उपस्थित लोगों ने भी अपनी राय दी। कुछ उपस्थित पदाधिकारी ने कहा कि किसान संगठन के नेताओं को चुनाव नहीं लड़ना चाहिए, जबकि कुछ अन्य विचारक इस मामले में विभिन्न पक्षों को ध्यान में रखने की बात की। इसके अलावा कुछ लोगों ने कहा कि चुनाव लड़ने के संबंध में तय करने से पहले संगठन के सभी सदस्यों के साथ चर्चा की जानी चाहिए, ताकि उनकी राय से एक सहमति बन सके। झींडा ने कहा कि इस मुद्दे पर फैसला जल्दी ही लिया जाएगा और इसे अगले एक से दो दिनों में प्रस्तुत किया जाएगा।
एक-दों दिनों में प्रस्तुत किया जाएगा फैसला
बैठक में चर्चा के दौरान कुछ उपस्थित लोगों ने जोर दिया कि किसान संगठन के नेताओं को चुनाव लड़ने का निर्णय लेने से पहले संगठन की सभी सदस्यों की राय लेनी चाहिए, ताकि उनकी भी राय का महत्वपूर्ण योगदान हो सके। यहां तक कि कुछ उपस्थित लोगों ने कहा कि चुनाव लड़ने या किसी पार्टी को समर्थन देने से पहले उन्हें संगठन के सभी सदस्यों की सलाह लेनी चाहिए, ताकि सभी का सहमति से फैसला हो सके। झींडा ने बताया कि फैसला जल्दी ही लिया जाएगा और इसे अगले एक से दो दिनों में प्रस्तुत किया जाएगा।