Ambala कैंट के सिविल अस्पताल में घटित हुई एक घटना को लेकर गंभीर आरोप उठे हैं। जिसमें एक पति ने अपनी पत्नी के इलाज के दौरान स्टाफ की लापरवाही का आरोप लगाया है। जिसके बाद हरियाणा के गृह मंत्री और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को शिकायत दी गई है।
शिकायतकर्ता के अनुसार सिविल अस्पताल के तीन नर्सिंग ऑफिसर ने वीडियो कॉल के माध्यम से डॉक्टर को बोला कि उनकी पत्नी की डिलीवरी कराने की जरूरत है। जिसके बावजूद बच्चा गर्भ में ही मर गया और पत्नी की बच्चादानी फट गई। पति ने बताया कि अंत में पत्नी को बचाया गया और वह जबरन एक निजी अस्पताल में ले गया। वहां बच्चा मृत पाया और पत्नी को बाहर निकालना पड़ा।

हालांकि अस्पताल के स्टाफ ने इन आरोपों को खारिज किया है। उनके मुताबिक गर्भ में बच्चे की पहले ही मौत हो चुकी थी।मामले में स्वास्थ्य विभाग ने एक कमेटी गठित की है, जो जांच करेगी। अस्पताल के प्रिंसिपल मेडिकल ऑफिसर डॉ. लोकवीर ने कमेटी का गठन किया है और उसमें कुछ डॉक्टर्स को शामिल किया गया है। जांच रिपोर्ट को मेडिकल नेग्लीजेंसी बोर्ड को सौंपा जाएगा। शिकायतकर्ता के पति ने अपनी शिकायत को गृह मंत्री के संज्ञान में लाया है।
स्टाफ की सफाई, ऑपरेशन की दी सहमति
वहीं एक अलग मामले में अंबाला कैंट के निकट बंधु नगर में निवास करने वाले सुरेश के द्वारा भी एक घटना की रिपोर्ट की गई है। उनकी पत्नी सपना की डिलीवरी होनी थी, लेकिन प्रसव के समय उन्हें बहुत पीड़ा हो रही थी। जिसके बाद उन्होंने अपनी पत्नी को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया। वहां नर्सिंग ऑफिसर ने बताया कि पत्नी को ऑपरेशन करने की आवश्यकता है, उन्होंने सहमति दी।

पति का आरोप, धक्के मारकर डिलीवरी की कोशिश
पति के अनुसार डिलीवरी के दौरान नर्सिंग ऑफिसर ने डॉक्टर को वीडियो कॉल के जरिए उनकी पत्नी के पेट पर धक्के मारकर डिलीवरी कराने की कोशिश की, लेकिन डिलीवरी नहीं होने पर उनकी पत्नी को दूसरे अस्पताल में ले जाने का सुझाव दिया गया। शिकायतकर्ता ने बताया कि जब उन्होंने दूसरे अस्पताल में अपनी पत्नी को ले जाने का सुझाव दिया, तो स्टाफ ने उन्हें डिस्चार्ज नहीं किया। बाद में वे जबरन अपनी पत्नी को दूसरे अस्पताल में ले गए। पति ने बताया कि डिलीवरी के दौरान उनकी पत्नी की बच्चादानी भी फट गई थी, और बच्चा मर गया था। उन्होंने कार्रवाई की मांग की है।

