Delhi Child Trafficking Racket : दिल्ली में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने बच्चों की खरीद-बिक्री करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। सीबीआई ने चाइल्ड ट्रैफिकिंग के मामले में देश की राजधानी में कई जगहों पर छापेमारी की। इस दौरान दिल्ली के केशवपुरम इलाके में स्थित एक घर से तीन नवजात शिशुओं को बचाया गया है। इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
गौरतलब है कि केंद्रीय जांच ब्यूरो एजेंसी ने शुक्रवार 5 अप्रैल को दिल्ली और हरियाणा में 7 जगहों पर रेड की थी। इस दौरान दिल्ली के केशवपुरम स्थित एक घर से तीन नवजात को बरामद किया गया। इनमें दो लड़कें, जिनमें एक डेढ़ दिन और दूसरा 15 दिन का है। एक बच्ची करीब महीने भर की है। सीबीआई ने एक अस्पताल के वार्ड ब्वॉय सहित 7 लोगों को भी गिरफ्तार किया है। इनमें 5 महिलाएं शामिल हैं। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक मानव तस्करी के इस काले धंधे में कई लोग शामिल हैं। नवजात बच्चों को काले बाजार में वस्तुओं के रूप में खरीदा और बेचा जा रहा था। सीबीआई फिलहाल इसमें शामिल सभी पक्षों से पूछताछ कर रही है। जिसमें बच्चों को बेचने वाली महिला और खुद खरीदने वाले दोनों शामिल हैं।

बताया जा रहा है कि सीबीआई ने शनिवार 6 अप्रैल को दिल्ली में कई जगहों पर मानव तस्करी के खिलाफ ऑपरेशन चलाते हुए छापेमारी की। सीबीआई ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में 7 से 8 बच्चों की तस्करी में शामिल व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में एक अस्पताल का वार्ड ब्वॉय और कई अन्य महिलाएं शामिल हैं। सीबीआई सूत्रों की मानें तो पिछले महीने ही करीब 10 बच्चे बेचे गए हैं। कुल मिलाकर 7 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि आरोपियों का गिरोह बच्चों को रियल माता-पिता या सरोगेट मां से खरीदते थे। फिर सोशल मीडिया ऐड के जरिए निःसंतान दंपत्तियों को बेच देते थे। एक बच्चे की कीमत 4 से 6 लाख रुपये लगाई जाती थी।

बता दें कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान दिल्ली के पश्चिम विहार की इंदु पंवार, पटेल नगर के असलम, कन्हैया नगर की पूजा कश्यप, मालवीय नगर की अंजलि, कविता, रितु और हरियाणा के जिला सोनीपत निवासी नीरज के रूप में हुई है। सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों का गिरोह फेसबुक पेज और व्हाट्सएप ग्रुप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए बच्चे गोद लेने वाले निसंतान दंपतियों से संपर्क करते थे। यह लोग एडॉप्शन का फर्जी डॉक्यूमेंट्स बनाकर कई दंपतियों से लाखों रुपये की ठगी भी कर चुके हैं।
सीबीआई की मानें तो आरोपी ब्लैक मार्केट में सामान की तरह बच्चों का सौदा करते थे। अकेले मार्च में लगभग 10 बच्चे बेचे गए। सर्च ऑपरेशन के दौरान 5.5 लाख कैश, कई दस्तावेज समेत आपत्तिजनक सामान बरामद किए हैं। सीबीआई ने 7 गिरफ्तार किए गए आरोपियों के अलावा 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मामले में देश के कई बड़े अस्पताल भी जांच के दायरे में आ गए हैं। जांच एजेंसी कई राज्यों में मामले की जांच में जुट गई है।