Hisar के अग्रोहा में झगड़े में लगी चोटों के कारण 34 वर्षीय युवक चांदराम(Chandram) की माैत पर परिजन व ग्रामीण भड़क गए। ग्रामीणों में मौजूद महिलाएं ने भी मंगलवार को अग्रोहा(Agroha) थाने का घेराव किया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। ऐलान किया कि जब तक हत्यारोपी गिरफ्तार नहीं होंगे, वे थाने में ही बैठे रहेंगे। शव(Dead Body) का अंतिम संस्कार भी नहीं करेंगे।
जानकारी के अनुसार चांद राम शनिवार रात करीब 12 बजे अपने पोते राहुल और भतीजे नरेश के साथ बाइक पर खेत से घर की तरफ जा रहा था। जब वे हाई स्कूल के पास पहुंचे तो अग्रोहा निवासी सुरेंद्र उर्फ बिहारी, संदीप उर्फ दीपी, जतिन उर्फ तबला, सनी उर्फ डाकू विकास उर्फ निक्का सहित साहिल, रोहित, सुशील उर्फ गुर्जर, सुरेंद्र उर्फ गोदु, विकास उर्फ काला और सागर आदि ने 8-10 अन्य युवकों ने उनको घेर लिया। आरोप है कि इन युवकों ने उन तीनों पर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल चांदराम का हिसार के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। सोमवार शाम को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पूरे मामले में अग्रोहा पुलिस ने हमले में घायल राहुल के बयान पर हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर रखा था। अब ये केस हत्या में बदल गया है।
चांदराम की मौत से परिजनों व ग्रामीणों में रोष है। ग्रामीण मंगलवार सुबह अग्रोहा थाना पहुंचे और थाने का घेराव कर दिया। उनमें रोष था कि अग्रोहा पुलिस ने अभी तक किसी भी आरोपि को गिरफ्तार नहीं किया है। उन्होंने बताया कि हमले के सभी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने तक वे शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगें। थाने में ही धरने पर बैठेंगे।
तीन युवकों को किया गिरफ्तार
अग्रोहा थाना के आगे प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों से थाना प्रभारी बलवंत सिंह ने बातचीत की। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है, बाकी को पकड़ने के प्रयास किए जा रहें हैं। जल्द ही सभी हमलावरों को काबू कर लिया जाएगा। उन्होंने ग्रामीणों से घर जाने को कहा। दूसरी तरफ ग्रामीण पुलिस की सुनने को तैयार नहीं हैं। वे थाने के बाहर धरने पर बैठे हैं।