Haryana के पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला(Dushyant Chautala) ने कहा कि तीन विधायकों ने अपना समर्थन वापस लेने के बाद प्रदेश में भाजपा की सरकार अल्पसंख्यक में आ गई है। वहीं मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी(CM Saini) को नैतिकता के आधार पर बहुमत प्राप्त करने के लिए या तो एक बहुमत साबित करने के लिए या फिर अपना इस्तीफा(resignation) देने के लिए निर्धारित किया जा रहा है।
बताया जा रहा हैं तीनों विधायकों को बीजेपी के समर्थन देने का जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया गया है, लेकिन अब तक उनका कोई जवाब नहीं आया। जननायक जनता पार्टी (JJP) के नेता चौटाला ने इस संदर्भ में कहा कि उन्हें सरकार को गिराने के लिए जननायक जनता पार्टी विपक्ष का समर्थन देने के लिए तैयार है। उन्होंने इस बारे में और विस्तार से बताया कि हरियाणा विधानसभा में कुल 88 विधायक हैं, जिनमें से तीन विधायकों ने सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है और दो विधायकों ने अपना इस्तीफा दे दिया है।
जिससे साफ हो जाता है कि सरकार को बहुमत नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने के लिए कहा। चौटाला ने बताया कि जब उनकी पार्टी ने भाजपा को समर्थन दिया था, तब ऐसी कोई परिस्थिति नहीं थी, लेकिन अब बात अलग है। उन्होंने विपक्ष के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की और उन्होंने समर्थन का निष्कर्ष निकाला कि सरकार अल्पसंख्यक में है और उन्हें सरकार को गिराने के लिए विचार करना चाहिए।
भाजपा को पहले पता था 3 माह की सरकार
उन्होंने जजपा के तीन विधायकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी बात की है और उन्हें नोटिस जारी किया गया है। चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार का कल्चर है कि वह इसे 6 महीने में गिरा देंगे। उन्होंने बताया कि नई सरकार का गठन होते ही नायब सैनी ने पहली कैबिनेट मीटिंग में 94 दिन का विजन बनाया था, जिससे साफ होता है कि उन्हें यह अच्छी तरह से पता था कि उनकी सरकार केवल 3 महीने ही चलेगी। चौटाला ने चौधरी बीरेंद्र सिंह के कांग्रेस(Congress) में जाने के बारे में भी बात की और कहा कि वह उन्हें उचाना छोड़कर भगा देंगे।







