हरियाणा कांग्रेस के राज्यसभा सांसद एवं रोहतक प्रत्याशी दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। लोकसभा का चुनाव राष्ट्रपति शासन में होना चाहिए, लेकिन अगर भाजपा ऐसा नहीं करती है तो राज्यपाल को इस बारे संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्यपाल हमारे डेलिगेशन से मिले ही नहीं। उधर डिप्टी स्पीकर का बयान आ रहा है कि 6 महीने से पहले अविश्वास प्रस्ताव नहीं आ सकता। वह तकनीकी कारण बताकर सच छुपाने की कोशिश कर रहे हैं। हमारी मांग है कि मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए।
यह बातें कांग्रेस प्रत्याशी दीपेंद्र हुड्डा ने सोमवार को हरियाणा के जिला करनाल के सेक्टर 32-33 में आयोजित कार्यक्रम के दौरान संबोधित करते हुए कहीं। करनाल में आज राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कई कार्यक्रमों में शिरकत की और सरकार को जमकर घेरने का काम किया। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा अब अल्पमत की सरकार है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि चुनाव में भाजपा और जजपा को वोट की चोट से मारने का काम करें। दीपेंद्र ने कहा कि प्रदेश में भाजपा और जजपा के प्रत्याशियों का गांव-गांव जाने पर रास्ता रोक विरोध किया जा रहा है, लेकिन उन्होंने लोगों से मांग की कि आमजन को किसी का भी रास्ता नहीं रोकना चाहिए। लोगों के दिल में जो नाराजगी है, उसका बदला सिर्फ वोट से लिया जा सकता है। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि उन्हें लोकसभा और विधानसभा में जाने से रोके।

इस दौरान कांग्रेस राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ कार्यक्रम में पहुंचे पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक अरोड़ा ने कहा कि अगर भाजपा जान-बूझकर फ्लोर टेस्ट से बच रही है, ऐसा कोई नियम नहीं है। 2 माह पहले फ्लोर टेस्ट होने के बाद दोबारा 6 माह पहले फ्लोर टेस्ट नहीं हो सकता। भाजपा ऐसा करके पैसे के दम पर विधायकों को खरीदना चाहती है।