देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शनिवार को हरियाणा में दो जगह रैलियों को संबोधित करेंगे। यह दोनों रैलियां जीटी रोड बेल्ट पर हो रही हैं। पहली रैली अंबाला लोकसभा क्षेत्र तो दूसरी सोनीपत लोकसभा क्षेत्र में होगी। जीटी रोड बेल्ट पर होने वाली इन दोनों रैलियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल, सोनीपत और रोहतक लोकसभा सीट को साधने की कोशिश करेंगे। अंबाला में प्रधानमंत्री दोपहर 2.00 बजे के करीब पहुंचेंगे।
बता दें कि भाजपा हरियाणा में वर्ष 2019 का इतिहास दोहराने के लिए पूरी ताकत लगा रही है। वर्ष 2019 में भाजपा ने प्रदेश की सभी 10 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस बार भी पार्टी उसी इतिहास को दोहराने के लिए पूरी कोशिश में जुटी है। हालांकि इस बार कांग्रेस-भाजपा को सभी सीटों पर टक्कर देते हुए नजर आ रही है। इसको देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शनिवार को हरियाणा में दो रैली करने जा रहे हैं। इनके जरिए पीएम अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल, सोनीपत और रोहतक लोकसभा सीटों को साधने का प्रयास करेंगे।

अंबाला में रैली की वजह उनकी रतनलाल कटारिया से दोस्ती को बताया जा रहा है। यही वजह है कि मोदी रतनलाल की पत्नी बंतो कटारिया के प्रचार के लिए प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार अंबाला आ रहे हैं। वहीं गोहाना में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ माना जाता है। यहां से प्रधानमंत्री मोदी सोनीपत, रोहतक और करनाल लोकसभा सीट को साधेंगे। इन दोनों रैलियों को लेकर भाजपा ने पूरी तैयारी कर ली है। अंबाला में लोगों के बैठने के लिए 20 हजार कुर्सियां मंगाई गई हैं। गोहाना में भी 15 हजार के करीब कुर्सियां लगाई गई हैं।

अंबाला की रैली में दो घंटे रहने के बाद मोदी गोहाना के लिए हेलिकॉप्टर के जरिए रवाना होंगे। वह दोनों जगह 5 जिलों की जनता को संदेश देने का काम करेंगे। वैसे भी जीटी रोड बेल्ट भाजपा के लिए वर्ष 2014 हो या 2019, इन दोनों विधानसभा चुनाव में भी अहम रही हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री की यह रैलियां न सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए, बल्कि आगामी विधानसभा चुनाव के हिसाब से भी अहम रहने वाली हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली स्थल के आसपास सभी रास्ते बंद किए गए हैं। रैली स्थल के लिए दो मुख्य गेट बनाए गए हैं। पुलिस वहां से गुजरने वाले लोगों को दूसरे रास्ते के लिए डायवर्ट कर रही है। डीजीपी शत्रुजीत कपूर अंबाला में रैली स्थल का मुआयना करने के लिए पहुंचे हैं। अंबाला में जर्मन हैंगर तकनीक से एल्युमीनियम का विशेष पंडाल तैयार किया गया है।
सुरक्षा को देखते हुए पूरे शहर में धारा-144 के आदेश जारी किए गए हैं। पूरे जिले को नो फ्लाइंग जोन एरिया और रेड जोन घोषित किया गया है। सुरक्षा के लिहाज से मंच व कुर्सियों के बीच करीब 60 फीट की जगह खाली रहेगी और 40 फीट का डी बनाया जाएगा। हजारों लोगों के लिए खड़े होकर भाषण सुनने की व्यवस्था होगी। वीआईपी ड्यूटी लगाने के अलावा कैंट और सिटी के नागरिक अस्पताल में सेफ हाउस भी बनाया गया है।