Karnal के कारसा डोड में हथियारों से लैस बदमाशों ने एक घर में घुसकर परिवार पर हमला(Attack) बोल दिया। जिसमें मां व बेटे पर हथियारों से कई प्रहार किए गए और युवक पर मर्डर(Murder) की नीयत से हमले किए गए। वहीं गंभीर हालत में दोनों दोनों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जहां पर इलाज के दौरान शनिवार को युवक की मौत हो गई।
जबकि महिला की हालत गंभीर(critical condition) बनी हुई है। पुलिस ने परिजनों की शिकायत के आधार पर 10 लोगों पर हत्या सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर आज शव को पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। गांव कारसा डोड निवासी रामेश्वर ने बताया कि उसका 34 वर्षीय बेटा खेती करता था। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी कुछ जगह पड़ोसी को दे दी थी। इसी खाली जगह पर आकर कुछ युवक बैठने लगे। आरोप है कि युवक उक्त जगह पर दिन रात बैठे रहते हैं और नशा करते है। लड़कियां भी लेकर आते हैं।
उसके बेटे सुरेंद्र ने पहले भी इन लोगों का बोला था कि यहां पर इस तरह का काम न करें, लेकिन वे नहीं माने। पिछले महीने भी आरोपियों ने दो लड़कों को पीटा था, जिसके बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी और शिकायत देने के लिए भी कहा था, लेकिन शिकायत नहीं दे गई थी। जिसके बाद से ही आरोपियों के हौसले बुलंद हो चुके थे।
15 मई की रात को दिया वारदात को अंजाम
रामेश्वर ने बताया कि 15 मई की रात को ही उनके घर पास बनी एक समाज की चौपाल के पास रखी पंचायती कुर्सी पर बैठकर आरोपी स्मैक पी रहे थे। इस दौरान मैंने भी आरोपियों को टोका था और घर जाने के लिए बोल दिया था, वे घर भी चले गए थे। एक लड़के सुभाष ने वहां पर कमरा लिया हुआ है, वह दूध बेचने का काम करता है। उसने आरोपियों को कॉल किया कि तुम लोग कहां हो, जिन्होंने उसे बताया कि हम तो यहां से जा चुके हैं। आरोपी सुभाष ने गालियां देनी शुरू कर दी, जिससे वहां पर आसपास के लोग भी एकत्रित हो गए।
तेजधार हथियार और लाठी डंडों का किया प्रयोग
रामेश्वर ने बताया कि हमने इस दौरान आरोपियों को समझाया भी, जिस पर वे वहां से चले गए। इसके बाद रात करीब साढ़े 11 बजे सुरेंद्र खेत से आया। उसने आरोपियों को कहा कि गालियां क्यों दे रहे हो और घर चला गया। जिसके बाद सभी युवक घर में घुसकर तेज धार हथियारों से लाठी डंडों से परिवार पर हमला बोल दिया। आरोपियों ने पहले उसके बेटे सुरेंद्र के पेट व छाती में तलवार घोंप दी। इसके बाद जब मेरी पत्नी छुड़वाने के लिए बीच में गई तो उस पर भी हमला बोल दिया। आरोपी मां-बेटे दोनों को अधमरा छोड़कर मौके से फरार हो गए।
शनिवार को हुई मौत, शव उठाने किया इनकार
रामेश्वर ने बताया कि शनिवार को इलाज के दौरान उसके बेटे सुरेंद्र की इलाज के दौरान कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई। जबकि उसकी पत्नी की हालत अभी गंभीर बनी हुई है। वहीं परिजनों ने कल आरोपियों की गिरफ्तारी न होने के कारण शव को उठाने से इनकार कर दिया। आज पुलिस के आश्वासन के बाद परिजन पोस्टमॉर्टम के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए लेकर चले गए। रामेश्वर का आरोप है उसके बेटे की हत्या शामिल चार से पांच आरोपी ऐसे हैं जिनका विदेश से वीजा आया हुआ है और वह विदेश भागने की फिराक में है।
11 के खिलाफ मामला दर्ज
पिता का आरोप है कि अब तक पुलिस ने एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। पिता ने पुलिस पर भी कार्रवाई न करने के आरोप लगाए है। निगदू थाना के SHO रमेश कुमार ने बताया कि परिजनों की शिकायत के आधार पर 5 से 6 नामजद सहित कुल 11 आरोपियों पर हत्या सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।