गुरुवार, 30 मई को देश के 7 राज्यों में लू के कारण 79 लोगों की मौत हो गई। इनमें सबसे ज्यादा बिहार में 44 लोगों की जान गई, जबकि झारखंड में 15 लोगों की मौत हुई। ओडिशा के राउरकेला में 6 घंटे के अंदर 10 लोगों ने दम तोड़ दिया। राजस्थान में 5, छत्तीसगढ़ में 3, और उत्तर प्रदेश तथा दिल्ली में 1-1 व्यक्ति की मौत हुई। ये आंकड़े आधिकारिक रूप से जारी नहीं किए गए हैं, बल्कि भास्कर टीम ने इन्हें खुद इकट्ठा किया है।
अच्छी खबर यह है कि इन राज्यों में हीटवेव से राहत मिलने की उम्मीद है। बिहार और झारखंड में तेज हवा के साथ बारिश की संभावना है और कुछ इलाकों में देर रात गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू भी हो गई है।
नहीं किया गया कहीं भी हिटवेव का रेड अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने शुक्रवार, 31 मई के लिए देश में कहीं भी हीटवेव का रेड अलर्ट जारी नहीं किया है। हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, चंडीगढ़, दिल्ली, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में अगले पांच दिन का तापमान मौजूदा तापमान से 2-4 डिग्री कम रहने की संभावना है।
मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तराखंड के कुछ इलाकों में हीटवेव का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और ओडिशा में रात का मौसम गर्म रहेगा। गुरुवार को हरियाणा के सिरसा में देश का सबसे अधिक तापमान 49.1 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
केरल में मानसून की एंट्री, पूर्वोत्तर राज्यों में भी पहुंचा
गुरुवार, 30 मई को मानसून केरल पहुंच गया। इसके साथ ही अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, नगालैंड, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर और असम में भी मानसून ने दस्तक दी। दिल्ली में मानसून के 27 जून तक पहुंचने का अनुमान है।
इस बार मानसून पूर्वानुमान से एक दिन पहले आया है। IMD ने 31 मई तक केरल में इसके पहुंचने की संभावना जताई थी। मानसून जल्दी आने का कारण रेमल साइक्लोन बताया जा रहा है, जो 26 मई को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में आया था। इससे पहले 30 मई, 2017 को साइक्लोन मोरा के कारण मानसून समय से पहले आया था। 2023 में केरल में मानसून की एंट्री सात दिन की देरी के बाद 8 जून को हुई थी। आमतौर पर केरल में 1 जून को मानसून प्रवेश करता है और 5 जून तक देश के ज्यादातर हिस्सों को कवर कर लेता है।