Rohtak के गांव गद्दी खेड़ी में एक दुखद घटना ने सभी को गमगीन कर दिया है। गांव के निवासी मोहित कलकल, जो भारतीय सेना में हवलदार के पद पर तैनात था, गुजरात(Gujarat) के वडोदरा में ड्यूटी के दौरान जवान शहीद(soldier martyred) हो गया। मोहित की उम्र करीब 28 वर्ष थी और वह पिछले 10 साल से सेना में सेवा कर रहे थे।
मोहित ने सेना में भर्ती 18 साल की उम्र में एक सिपाही के रूप में की थी और अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण के बल पर वह हवलदार के पद तक पहुंचे थे। मोहित के पिता हरज्ञान कलकल भी सेना में थे और अब रिटायर्ड हो चुके हैं। मोहित अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था, हालांकि उनकी दो बड़ी बहनें हैं जिनकी शादी हो चुकी है। मोहित की शादी लगभग 4 साल पहले हुई थी और उनकी 3 साल की एक बेटी है, जिनका नाम जिन्नत है।
मोहित की मौत की खबर सुनकर न केवल उनका परिवार बल्कि पूरा गांव शोक में डूब गया है। मोहित का चचेरा भाई राजेश कलकल ने बताया कि मोहित की मृत्यु ड्यूटी के दौरान नस फटने की वजह से हुई। घटना के तुरंत बाद मोहित को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन 2 दिन तक इलाज चलने के बावजूद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
3 वर्षीय बच्ची के पिता
मोहित का परिवार इस सदमे से उबरने की कोशिश कर रहा है। उनकी पत्नी, जो अब विधवा हो गई हैं और छोटी बेटी जिन्नत के लिए यह बहुत बड़ा आघात है। मोहित के पिता हरज्ञान, जो पहले ही सेना से रिटायर हो चुके हैं, अपने इकलौते बेटे की मौत से बुरी तरह टूट चुके हैं। गांव के लोगों ने मोहित के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
पूरे परिवार में दौड़ी शौक की लहर
उनके अनुसार मोहित एक बेहद मेहनती और समर्पित व्यक्ति था, जिन्होंने अपने परिवार और देश की सेवा में अपना सब कुछ समर्पित कर दिया। उनके निधन ने पूरे गांव को हिला कर रख दिया है। मोहित की बहनें, जो शादीशुदा हैं, भी अपने भाई की मौत की खबर सुनकर गांव पहुंच चुकी हैं। पूरा परिवार इस समय शोक में है और एक-दूसरे को सांत्वना देने की कोशिश कर रहा है।