Fatehabad जिले के रतिया क्षेत्र में एक निजी अस्पताल(Private Hospital) में उपचाराधीन महिला देर रात मौत(death of a woman) की घटना हुई है। इसके बाद उसके परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ पर लापरवाही के आरोप(leveled against the doctor) लगाते हुए हंगामा खड़ा(Family members created ruckus) कर दिया।
महिला के परिजनों का कहना है कि उनकी स्वास्थ्य स्थिति गंभीर थी, और रात को उन्हें अस्पताल के कंपाउंडर ने इंजेक्शन दिया। इंजेक्शन देने के बाद कुछ ही मिनटों में महिला की हालत बिगड़ी और उनकी मौत हो गई। परिजनों का दावा है कि इसके बाद अस्पताल के कुछ स्टाफ और डॉक्टर जल्दी से वहां से भाग गए। पुलिस ने सुबह में मौके पर जाँच शुरू की और अस्पताल पर ताला लगाया। परिजनों ने अस्पताल के स्टाफ पर अनियंत्रितता का आरोप लगाया है।

विवादित मामले में रतिया के पुराना बाजार निवासी 55 वर्षीय शीला रानी को उसके परिजनों ने बुखार के कारण सहारा अस्पताल में भर्ती करवाया था। इसके बाद रात के समय उनकी स्थिति बिगड़ी और डॉक्टर ने इंजेक्शन के लिए कंपाउंडर को बुलाया। इंजेक्शन देने के बाद उनकी हालत बिगड़ी और वे दम तोड़ गईं। इसके बाद अस्पताल के कुछ स्टाफ और डॉक्टर वहां से भाग गए। पुलिस ने अस्पताल के खिलाफ जांच शुरू की है और अस्पताल को सुरक्षित कर दिया गया है।