Haryana के डबवाली विधानसभा चुनाव(Assembly election) इस बार बहुत रोचक होने जा रहे हैं। चौटाला परिवार(Chautala family) जो राज्य की राजनीति में प्रमुख भूमिका निभाता है, इस बार अलग-अलग पार्टियों से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि देवीलाल का परिवार अलग-अलग पार्टियों से एक-दूसरे के सामने होगा।
बता दें कि डबवाली विधानसभा सीट पर इनेलो(INLD) का काफी दबदबा रहा है। इस बार इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला की पत्नी कांता चौटाला चुनावी मैदान में उतर सकती हैं। कांता चौटाला डबवाली में सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। दूसरी ओर, जेजेपी(JJP) से दुष्यंत चौटाला के भाई दिग्विजय चौटाला और भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) से आदित्य चौटाला चुनाव लड़ सकते हैं। कांग्रेस से अमित सिहाग, जो देवीलाल के कुनबे से ही आते हैं, दूसरी बार चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं।
डबवाली विधानसभा सीट हरियाणा के राजस्थान और पंजाब के बॉर्डर से सटी हुई है। यह सीट बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है क्योंकि यहां के मतदाताओं में पंजाबी और बागड़ी बेल्ट दोनों शामिल हैं। राजस्थान से सटे क्षेत्रों में बागड़ी बेल्ट के मतदाता अधिक हैं और पंजाब से सटे क्षेत्रों में पंजाबी मतदाता अधिक हैं। चौटाला परिवार की पकड़ दोनों ही बेल्ट में मजबूत मानी जाती है।
चौटाला गांव की राजनीतिक भूमिका
डबवाली विधानसभा क्षेत्र में चौटाला गांव का बड़ा योगदान है। इस गांव से कई विधायक और राजनेता बन चुके हैं। वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में चौटाला गांव के पांच लोग चुनावी मैदान में उतरे थे और सभी विधानसभा तक पहुंचने में कामयाब हुए थे। चौटाला गांव के लोग राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं। गांव चौटाला, गंगा, कालुआना, बनवाली और ओढ़ा यहां के प्रमुख गांव हैं।
परिवार के रिश्ते और राजनीति
डबवाली विधानसभा सीट पर इस बार चार उम्मीदवार एक ही परिवार से हो सकते हैं। कांता चौटाला दिग्विजय चौटाला की चाची और आदित्य चौटाला की भाभी हैं। डॉ. केवी सिंह, जो कांता चौटाला के ससुर हैं, और उनके बेटे अमित सिहाग मौजूदा विधायक हैं। डॉ. केवी सिंह और आदित्य चौटाला का चाचा-भतीजे का रिश्ता है। यह सभी पारिवारिक रिश्ते इस बार के चुनाव को और भी दिलचस्प बना रहे हैं।
2019 के चुनाव का संदर्भ
2019 के विधानसभा चुनाव में चौटाला गांव के पांच लोगों ने अलग-अलग सीटों से चुनाव लड़ा था। रणजीत सिंह ने रानियां से, अभय चौटाला ने ऐलनाबाद से, दुष्यंत चौटाला ने उचाना से, नैना चौटाला ने बाढड़ा से और अमित सिहाग ने डबवाली से चुनाव जीता था। चौटाला गांव को राजनीति की नर्सरी भी कहा जाता है। यहां के लोग राजनीति में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे हैं।